युवक गगनदीप सिंह पुत्र जोगिंदर सिंह को गांव 9 एसबी रोही से गिरफ्तार किया गया। इसकी आयु सिर्फ 19 साल है और यह गांव 6 वी धनूर का रहने वाला है। पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि बरामद हेरोइन का अन्तरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य करीब 10 करोड़ रुपए है।
आरोपी के कब्जे से तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। केसरीसिंहपुर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच गजसिंहपुर थाना प्रभारी को दी गई है।
11 सितंबर की रात को आई थी हेरोइन
पाक से ये हेरोइन 11 सितंबर की रात को आई थी। हेरोइन आरोपी गगनदीप सिंह ने मंगवाई थी। उसने जिस लोकेशन पर यह हेरोइन मंगवाई थी वहां ड्रोन से दो पैकेट में पहुंची लेकिन बॉर्डर से सटे खेत में मूंग की फसल के कारण ये पैकेट उसे नहीं मिले। मूंग फसल का रंग और हेरोइन के आए पैकेट का रंग एक जैसा होने के कारण उसे ढूंढने में पांच दिन का समय लग गया। उधर, पंजाब के ड्रग्स माफिया ने सप्लाई नहीं आने पर कॉल करना शुरू किया। ऐसे में आरोपी युवक खुद ही पूरे खेत को खंगालने लगा। मंगलवार को दोनों पैकेट उसे मिले तो उसने पंजाब के ड्रग्स माफिया को सप्लाई देने का आश्वासन दिया। इस बीच श्रीगंगानगर विशेष टीम को भनक लग गई और युवक को दबोच लिया गया।
हवाला से मिलता है पाक तस्करों को भुगतान
पूछताछ के दौरान आरोपी ने यह स्वीकारा कि पाक तस्करों को भुगतान हवाला के जरिए भेजा जाता है। किसी खाद्य सामग्री या अन्य सामग्री के एवज में यह भुगतान तस्करों तक पहुंचता है। जांच एजेंसी का कहना है कि यह आरोपी खुद पंजाब में जाकर सप्लाई करता है ताकि उसके धंधे की बात लीक नहीं हो लेकिन पंजाब के तस्करों के पास हेरोइन का माल नहीं आया तो उन्होंने फोन करना शुरू कर दिया। जांच अधिकारी ने बताया कि यह आरोपी रोजाना तीस से चालीस ग्राम हेरोइन खुद फुटकर के रूप में बेचता है ताकि किसी को कारोबारी की बजाय सप्लायर लगे।पाक से आई कॉल- ‘…और कितनी भेजूं भाईजान’
जिस समय यह युवक जांच एजेंसी के हत्थे चढ़ा उस समय पाक से वॉट्सएप कॉल आई। सामने वाले ने पूछा और कितनी भेजूं भाई जान, इसे सुनकर आरोपी गगनदीप ने कॉल काट दी कि अभी वह बिजी है। वॉट्सएप पर लगातार उसकी चैटिंग हो रही थी। पंजाब के ड्रग्स माफिया भी सप्लाई देरी होने से खासे नाराज थे। जांच एजेंसी का कहना है कि यह आरोपी खुद अपना नेटवर्क चलाता है।अपने पिता से सीखा तस्करी का गुर
जांच के दौरान युवक से पूछताछ की गई तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी गगनदीप सिंह के पिता जोगेन्द्र सिंह नशीली गोलियों की तस्करी में खुद एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुके हैं। मादक पदार्थों की तस्करी में भी जोगेन्द्र सिंह का नेटवर्क रहा है लेकिन केस में काबू नहीं आया। आरोपी गगनदीप सिंह ने अपने पिता से तस्करी का गुर सीख लिया। आरोपी इतना शातिर है कि वह पाक तस्करों से अब खुद ही डील करता है। पाक तस्करों को भुगतान के लिए पंजाब के ड्रग्स माफिया का इस्तेमाल करने लगा है।