पीडि़त विनोद महला ने बताया कि हम घर के भीतर खड़े होकर नहीं आ-जा सकते। झुककर ही घर से बाहर निकलने को मजबूर हैं। हर समय बच्चों का भी डर बना रहता है कि कहीं कंरट नहीं लग जाए। घर में छह सदस्य हैं जो दहशत के माहौल में जी रहे हैं। करंट के डर के कारण पशुओं को नोहरे में रखना पड़ रहा है। मेहला ने बताया कि निगम ने समाधान नहीं कि या तो मजबूरन निगम कार्यालय के आगे धरना लगाना पड़ेगा।
कई बार शिकायत, समाधान नहीं
पीडि़त विनोद ने बताया कि जनप्रतिनिधियों व विद्युत निगम के अधिकारियों को कई बार शिकायत भेजकर अवगत करवाया गया लेकिन किसी ने गौर नहीं किया। इसी गली में रहने वाले रामनारायण ज्याणी, राजेंद्र ज्याणी, अमर सिंह सहारण, सुभाष सहारण, मिल्खराज सहारण ने बताया कि तार ढीली होने की वजह से जमीन छूने के साथ ही इसमे कई स्थानों पर जोड़ खुले हुए हैं। अभी बरसात व आंधी का सीजन है। कभी भी तार टूटकर जमीन पर गिर सकती है, जिससे हादसे की आशंका है।
पीडि़त विनोद ने बताया कि जनप्रतिनिधियों व विद्युत निगम के अधिकारियों को कई बार शिकायत भेजकर अवगत करवाया गया लेकिन किसी ने गौर नहीं किया। इसी गली में रहने वाले रामनारायण ज्याणी, राजेंद्र ज्याणी, अमर सिंह सहारण, सुभाष सहारण, मिल्खराज सहारण ने बताया कि तार ढीली होने की वजह से जमीन छूने के साथ ही इसमे कई स्थानों पर जोड़ खुले हुए हैं। अभी बरसात व आंधी का सीजन है। कभी भी तार टूटकर जमीन पर गिर सकती है, जिससे हादसे की आशंका है।
इनके तर्क अलग-अलग
‘तार बदलने के लिए खंभे एक सप्ताह पहले मंगवा लिए थे लेकिन गड्ढे खुदवाने को कोई तैयार नहीं है। यही कारण है कि समाधान नहीं हो रहा।’ -राजकमल, फीडर इंचार्ज, विद्युत निगम दौलतपुरा।
‘तार बदलने के लिए खंभे एक सप्ताह पहले मंगवा लिए थे लेकिन गड्ढे खुदवाने को कोई तैयार नहीं है। यही कारण है कि समाधान नहीं हो रहा।’ -राजकमल, फीडर इंचार्ज, विद्युत निगम दौलतपुरा।
‘मामला मेरी नजर में नहीं है। अभी पता चला है। ऐसा है तो जल्द ही तार और खंभे बदल दिए जाएंगे।’ – लाभसिंह मान, एसई, विद्युत निगम श्रीगंगानगर।