चार शिक्षा सत्रों से मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप नहीं मिले। दो सत्रों की साइकिलें वितरित नहीं की जा सकीं और आधार तथा जन आधार नंबर अपलोड नहीं हो पाने की वजह से पोशाक की सिलाई भी पूरी तरह से नहीं मिल पाई है। वहीं,श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ जिले में करीब 18,318 बेटियों को साइकिल वितरित की जानी है। कुछ जगह साइकिल तैयार भी कर दी गई है जबकि चुनाव आचार संहिता की वजह से वितरण का कार्य बीच में ही अटक गया था। अब उम्मीद है कि जल्दी ही इनका वितरण हो पाएगा।
पद स्वीकृत की उम्मीद,बंद होगी तालाबंदी
कांग्रेस सरकार ने पांच हजार से अधिक स्कूलों को क्रमोन्नत किया, लेकिन व्याख्याताओं तथा अन्य वर्ग के कार्मिकों के पद स्वीकृत नहीं किए। इस वजह से विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हुआ। नतीजतन कई स्कूलों में तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन तक किया गया। विद्यार्थी आंदोलन करते हुए देखे गए। अब उम्मीद है कि सरकार क्रमोन्नत विद्यालयों में पदों की स्वीकृति जारी की जाएगी।
थर्ड ग्रेड शिक्षकों के 85 हजार आवेदनों पर नहीं किया गौर
कांग्रेस सरकार के दौरान थर्ड ग्रेड शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। उस दौरान प्रदेश से करीब 85 हजार शिक्षकों ने आवेदन जमा कराए,लेकिन एक भी शिक्षक का स्थानांतरण नहीं किया गया। ऐसे में इन शिक्षकों में सरकार के खिलाफ पांच साल तक रोष देखा गया। आखिर तक इन शिक्षकों ने जयपुर में धरना-प्रदर्शन कर आंदोलन तक किया।
इन समस्याओं के समाधान का इंतजार…
-विभिन्न संवर्गो की पिछले तीन सत्र से रुकी हुई पदोन्नतियां।
-माध्यमिक शिक्षा में स्टाफिंग पैटर्न।
-थर्ड ग्रेड शिक्षकों की स्थानांतरण नीति।
-रिक्त पदों की समस्या से निजात।
-शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति।
-मेधावी विद्यार्थी लैपटॉप वितरण योजना में पिछले 4 साल से बकाया लैपटॉप वितरण।
-निशुल्क साइकिल वितरण योजना में पिछले दो सत्र से बकायण्कार्या।
सिलाई के 200 रुपए मिलेंगे
आठवीं तक नामांकित सभी पात्र विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म सिलाई के लिए 200 रुपए का भुगतान, जन आधार अधिप्रमाणित खाते में किया जाएगा। विद्यार्थियों को दो यूनिफॉर्म का फैब्रिक एक साथ मिलेगा, जिसे माप के अनुसार काट कर सिलाई की जाएगी।
इनको मिलनी है स्कूल ड्रेस
श्रीगंगानगर जिले का गणित
जिले में सरकारी स्कूल-1939
जिले में कुल छात्र-68,330
जिले में कुल छात्राएं-70,695
जिले में कुल विद्यार्थी-1,39,028
पिछले 4 साल से न तो सूची बनी और न ही लैपटॉप या टैबलेट मिले हैं। अब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और शिक्षा विभाग ने अतिशीघ्र मेधावी विद्यार्थियों की सूची बनाकर बकाया चल रहे लैपटॉप या टैबलेट उपलब्ध करवाए जाने चाहिए। ताकि मेधावी विद्यार्थी उनका सदुपयोग कर अध्ययन कर सके। साथ ही साइकिल का वितरण भी किया जाना चाहिए।
बसंत कुमार ज्याणी, प्रदेश प्रवक्ता, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा