रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को मंगलवार से मुफ्त में आरओ वाटर मिलना शुरू हो जाएगा। स्टेशन परिसर में ही आरओ वाटर प्लांट लगाया गया है। साफ और स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से लगाए गए आरओ प्लांट का तीन दिन से ट्रायल किया जा रहा था, जो सफल रहा है। स्टेशन पर लगे 105 नलों को सोमवार रात तक आरओ प्लांट की सप्लाई लाइन से जोड़ दिया जाएगा। रेलवे स्टेशन परिसर में लगाए गए आरओ वाटर प्लांट की क्षमता प्रति घंटा 8 हजार लीटर पानी साफ करने की होगी।
आरओ प्लांट लगाने के लिए रेलवे ने ग्लोबल इंडस्ट्रियल कंपनी से अनुबंध किया है। यात्रियों को आरओ का पानी उपलब्ध करवाने के बाद जल्द ही रेलवे कॉलोनियों में रहने वाले 165 परिवारों को भी यह सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। स्टेशन परिसर में आरओ का पानी देने के लिए अलग से पाइप लाइन बिछाई गई है। इस पानी का उपयोग अन्य कार्यों में नहीं किया जा सकेगा।
बोतल बंद पानी की बिक्री होगी प्रभावित
सहायक अभियंता ने बताया कि मीडिया फिल्टर प्लांट से यह पानी आरओ प्लांट में पहुंचेगा, जहां से उसे साफ करने के बाद सप्लाई किया जाएगा। मंगलवार से रेलवे स्टेशन पर आरओ वाटर मिलने के बाद बोतल बंद पानी की बिक्री पर असर पड़ेगा। रेलवे स्टेशन पर रोजाना 17 गाडिय़ां आती और जाती हैं।
क्र्वाटरों तक बिछाई जाएगी पाइप लाइन रेलवे के सहायक अभियंता अवधेश कुमार ने बताया कि आरओ प्लांट के संचालन के लिए दो स्पेशल ऑप्रेटर भी तैनात रहेंगे। इसके लिए एक अलग से 60 हजार लीटर क्षमता के भूमिगत स्टोरेज टैंक का भी निर्माण किया जाएगा। इससे रोजाना डेढ़ लाख लीटर आरओ पानी उपलब्ध करवाना संभव हो जाएगा। आरओ प्लांट से रेल कर्मचारियों के क्वार्टरों में भी अलग से पाइप लाइन बिछाई जाएगी। पूर्व में उन्हें जो पानी आम उपयोग के लिए दिया जा रहा है वह मिलता रहेगा। आरओ पानी का उपयोग सिर्फ पीने के पानी के रूप में होगा।