श्रीगंगानगर.चमकती आँखों और तेज दिमाग वाली मनिका सुथार, जिन्होंने मिस यूनिवर्स राजस्थान का खिताब अपने नाम कर लिया है। अब मिस यूनिवर्स बनने के सफर पर निकलने के लिए तैयार हैं। बहु-प्रतिभाशाली मनिका ने न केवल अपने परिवार, बल्कि श्रीगंगानगर और समस्त राजस्थान का सिर गर्व से ऊंचा किया है। मनिका दिल्ली विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर रही हैं। लेकिन उनकी महत्वाकांक्षा यहीं खत्म नहीं होती। उनका सपना है एक जज बनकर समाज में जागरुकता फैलाना और गलत धारणाओं को तोडऩा। मनिका का कहना है कि मैं मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता में भी लगातार मेहनत करूंगी, क्योंकि ये सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि समाज की सेवा करने का एक मंच है। राजस्थानी भाषा की बनेंगी आवाज़ मनिका ने राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की भी वकालत की है। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा हमारी पहचान है। इसे मान्यता मिलनी चाहिए ताकि राजस्थान के लोगों का मान-सम्मान बढ़े। उनकी ये बातें न केवल संस्कृति के प्रति उनके प्रेम को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि वे अपनी जड़ों से कितनी जुड़ी हुई हैं। दादा की दोस्ती थी गजल सम्राट से मनिका के पिता कमलकांत सुथार ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मल्टीपर्पज से कार्यालय अधीक्षक पद से स्वैच्छिक सेवानिवृति ली है। मां शकुंतला देवी पंजाब में अध्यापिका है। मनिका के दादा नवरंग सुथार मल्टीपर्पज स्कूल में संगीत के शिक्षक थे। संगीत के क्षेत्र में उन्होंने बहुत अच्छा नाम कमाया। वे मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह के शुरुआती मित्रों में शामिल रहे हैं। युवाओं के लिए प्रेरणा मनिका का ये सफर सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि सभी युवा लड़कियों के लिए एक प्रेरणा है। वे साबित कर रही हैं कि जब संकल्प और मेहनत एक साथ होते हैं, तो कोई भी सपना असंभव नहीं होता।