स्वास्थ्य विभाग ने पकड़ी 60 हजार नशे की गोलियां
# CMHO in action चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और औषधि विभाग की एक टीम ने कार्रवाई करते हुए करीब 60 हजार से अधिक नशे की गोलियां पकड़ी है। इस मामले में हिंदुमलकोट स्थित एक मनोरोग क्लिनिक को भी सीज किया है, जिसके नाम पर दवा मंगवाई जा रही थी और यह काफी समय से बंद था। इस मामले में एक कॉरियर फर्म की भी भूमिका संदिग्ध है।
सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने बताया कि एक मुखबिर के जरिए सूचना मिली, जिस पर एक टीम गठित कर कार्रवाई के आदेश दिए। टीम ने ब्लॉक एरिया स्थित टेक ऑन कॉरियर में दबिश दी और यहां हिंदुमलकोट मनोरोग क्लिनिक के नाम के तीन कार्टून बॉक्स मिले। इन बॉक्स के बिल एवं इन पर रखे मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उसने खुद को चिकित्सक बताते हुए जानकारी दी कि वह वर्तमान में मेडिकल कॉलेज विजयवाड़ा में कार्यरत है और उसका एक साल से फर्म से कोई संबंध नहीं है। उसने बताया कि नरेंद्र खुराना और रमेश सिंह ने फर्जी तरीके से मेरे नाम के बिल तैयार किए हैं। ये दोनों ही नशे के तौर पर इस्तेमाल होने वाली दवाओं का अवैध कारोबार करते हैं। इस क्लिनिक का प्रोविजनल लाइसेंस भी समाप्त हो चुका है। जांच में सामने आया कि बिलों पर मैसर्स खुराना मेडिकल एजेंसी फिरोजपुर लिखा हुआ है, वह भी नरेंद्र खुराना की है। इस पर लिखे गए मोबाइल नंबर आदि भी नरेंद्र खुराना के पाए गए। वहीं गुजरात से भी दो फर्मों से दवा आना सामने आया। इस मामले में नरेंद्र खुराना व रेशम सिंह एवं सप्लायर फर्म जेनिथ हेल्थ केयर अहमदाबाद और वेगा बायोटिक वड़ोदरा के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है। सीएमएचओ डॉ. गुप्ता के निर्देशों पर गठित दो टीमों में टीबी अधिकारी डॉ. गुंजन खूंगर, डॉ. कमलेश, डीसीओ गौरी शंकर, वरिष्ठ सहायक नरेश कुमार एवं अकाउंटेंट सुभाष कुमार शामिल रहे।