बीएसएफ अभी इसके लिए धर्मल इमेजर का इस्तेमाल कर रहा है, जो विशेष परिस्थितियों में काम नहीं करता। वैज्ञानिकों ने इस उपकरण का परीक्षण ऐसे स्थानों पर किया, जहां थर्मल इमेजर काम नहीं करता। परीक्षण सफल रहने पर भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इसकी तैनाती पर विचार चल रहा है। इस उपकरण को डीआरडीओ की देहरादून स्थित प्रयोगशाला ने तैयार। किया है। इसे वीडियो एंड इमेज प्रोसेसिंग, एनहांसमेंट एंड रिकग्निशन सिस्टम (वीआईपीईआरएस) का नाम दिया गया है। इसमें थर्मल कैमरा लगा है, जिससे मिले चित्रों के आधार पर एआई सिस्टम इंसान की पहचान करने में सक्षम है।
क्या है नया सिस्टम - परीक्षण के दौरान देखा गया कि यह सवा किलोमीटर दूर उत्पन्न होने वाली हलचलों को कैमरे में कैद कर लेता है।
- निर्धारित रेंज में कोई घुसपैठ की कोशिश करेगा तो यह सिस्टम एक अलार्म पैदा करेगा, इससे बीएसएफ तुरंत हरकत में आ जाएगी।
- नव विकसित सिस्टम स्वचालित है तथा इसे एक बार स्थापित करना होता है।