घोषित किया 25 हजार रुपए का इनाम
पुलिस अफसरों के हाथ खड़े किए जाने पर अतिरिकत महानिदेशक पुलिस अपराध शाखा राजस्थान जयपुर ने इन दोनों के बारे में 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इस मामले की जांच मानव तस्करी विरोधी यूनिट सीआइडी सीबी के पुलिस निरीक्षक राजकुमार को जांच अधिकारी बनाया गया है। जांच अधिकारी ने पत्रिका को बताया कि श्योप्रकाश के परिजन सुनील पर शक जता रहे हैं, लेकिन सुनील से हर एंगल से पूछताछ की जा चुकी है।मां बोली, आज भी आने की आहट
श्योप्रकाश मेघवाल की शादी गायब होने से करीब सात महीने पहले शंकुतला के संग हुई थी। 25 मार्च 16 को जब श्योप्रकाश ने अपने सिर पर दूल्हे की सेहरा बांधा तो उसकी एक मात्र बहन सोनू उर्फ सोना ने तो खुशी का इजहार किया था। श्योप्रकाश की मां सजनादेवी का कहना है कि वह बीमार रहने लगी तब श्योप्रकाश की शादी की। महज सात महीने के बाद इकलौता बेटा पत्नी समेत गायब हो गया। आज भी घर के बाहर आहट होती है तो लगता है कि श्योप्रकाश आ रहा है। सजनादेवी भतीजे सुनील पर इन दोनों के गायब होने का आरोप लगा रही है। उसका कहना है कि पुलिस चाहे तो सुनील और उसके संपर्क में आए लोगों के बारे में सुराग ढूंढ सकती है।हर अफसर के आगे कर चुका गुहार पिता
लापता श्योप्रकाश के पिता गिरधारीलाल ने बताया कि श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, जैसतर, अनूपगढ़, रायसिंहनगर, बीकानेर और जयपुर तक के सभी पुलिस अफसरों के समक्ष अपने बेटे के बारे में सुराग ढूंढने के लिए फरियाद कर चुका हैं पर आश्वासन मिला लेकिन परिणाम नहीं। आठ साल का लंबा इंतजार करते करते आंखें पथरा गई हैं। उन्होंने बताया कि अब स्वास्थ्य उसका ठीक नहीं रहता। हर महीने बीकानेर जब दवाई लेने जाते हैं तो सीआईडी सीबी के अधिकारियों के पास जाकर इस केस की प्रगति रिपोर्ट मांगते हैं।जांच अफसर का रटारटाया जवाब
सीआईडीसीबी बीकानेर के पुलिस निरीक्षक और जांच अधिकारी राजकुमार का कहना है कि आठ साल पहले मोबाइल फोन की कॉल डिटेल को खंगालने में समस्या आ रही है। जैसे जैसे समय बीतता गया तो जांच की कड़ियां भी कमजोर पड़ने लगी है। इसके बावजूद प्रयास जारी है। इस दंपती के बारे में पच्चीस हजार रुपए का इनाम भी रखा हुआ है।