बोगी में खून देख फैली सनसनी पैसेंजर ट्रेन की बोगी में यात्रियों को बुधवार सुबह सीट के नीचे कपड़े पड़े दिखे। ये कपड़े खून से सने हुए थे। ट्रेन में खून को देखकर एकबारगी यात्री सहम गए। इसके बाद जीआरपी पुलिस को मामले की सूचना दी। ट्रेन जैसे ही रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो जीआरपी के पुलिसकर्मियों ने कपड़े उतार लिए। पुलिस जांच में ये कपड़े पीलीबंगा कोर्ट के निलंबित कर्मचारी के पाए गए। परिजनों ने बताया कि कर्मचारी सकुशल है।
पुलिस ने परिजनों से साधा सम्पर्क जीआरपी थाना प्रभारी धन्ने सिंह राठौड़ ने बताया कि यात्रियों ने सूचना दी कि हनुमानगढ़ से श्रीगंगानगर आने वाली पैसेंजर ट्रेन में सीट के नीचे एक प्लास्टिक की थैली में खून से सने कपड़े पड़े हैं। वहीं बोगी की फर्स पर भी खून के निशान लगे हैं। ट्रेन में खून से सने कपड़े मिलने से यात्रियों में सनसनी फैल गई और यात्री उस सीट से हट गए। ट्रेन के श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर जीआरपी पुलिसकर्मियों ने खून के कपड़ों को अपने कब्जे में ले लिया। जिसमें पेंट, शर्ट, शॉल व एक चादर तथा कुछ कागजात मिले।
नशे में रहता है कर्मचारी पुलिसकर्मियों ने कपड़ों को थाने लाकर पड़ताल की। कागजों में पीलीबंगा कोर्ट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गांव शेरगढ़ जोधपुर निवासी भंवरलाल पुत्र चैनाराम के निलंबन के आदेश, नोटिस, बैंक पासबुक, चेक बुक मिली। इनके आधार पर पुलिस ने पीलीबंगा कोर्ट के कर्मचारियों से संपर्क साधा। जांच में पुलिस ने पाया कि भंवरलाल नशा करने का आदी है और इसके चलते वह कोर्ट से निलंबित चल रहा है। वह खुद तो आज नशे में जम्मूतवी में बैठकर अपने गांव शेरगढ़ के लिए रवाना हो गया। खून से सने कपड़े पैसेंजर ट्रेन में छोड़ गया। भंवरलाल के परिजनों को मामले की जानकारी दी गई। परिजनों ने भंवरलाल को सकुशल होना बताया। जानकारी के बाद उसका भाई गांव शेरगढ़ से कपड़े व कागजात लेने श्रीगंगानगर के लिए रवाना हुआ।