श्रीगंगानगर। मुकलावा थाना क्षेत्र के महज 20-21 साल के दो युवक चिट्टा पीने के आदी हो गए। इन युवकों ने पिछले एक साल से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ठगी का धंधा ऐसा बनाया कि अपने जाल में पांच सौ से अधिक लोगों को फंसा लिया। ठगी के शिकार लोगों ने अपनी बदनामी के भय से पुलिस को शिकायत दर्ज नहीं कराई। इससे इनका दु:साहस लगातार बढ़ता गया। हालांकि यूपी, महाराष्ट्र और हरियाणा के चार जनों ने अलग अलग ऑनलाइन पोटर्ल से माध्यम शिकायतें की तो पुलिस हरकत में आई।
समेजा कोठी पुलिस ने इस मामले में मुकलावा थाना क्षेत्र चक 4 एमके निवासी 21 वर्षीय पवन कुमार पुत्र राजेश कुमार बिश्नोई और मुकलावा क्षेत्र चक एक टीके निवासी 20 वर्षीय मोहित पुत्र शिवकुमार बिश्नोई को गिरफ़्तार कर अदालत में पेश किया। इस मामले की जांच मुकलावा पुलिस ने समेजा कोठी सीआई विकास बिश्नोई को दी। इस जांच अधिकारी ने बताया कि इन दोनों आरोपियों का अदालत से दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। इन आरोपियों का कहना है कि वे पांच सौ से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।
ये दोनों सोशल मीडिया पर टेलीग्राम और इंटाग्राम पर कार्ल गर्ल्स के नाम से फर्जी आईडी बनाकर इसमें इंटरनेट से खूबसूरत युवतियों और न्यूड वीडियो की क्लीपिंग वायरल करते। इस दौरान एक मोबाइल नम्बर भी संपर्क करने के लिए भिजवाते थे। कई लोग जब संपर्क करते तो उससे पांच सौ रुपए से लेकर बीस हजार रुपए एडवांस में मंगवाते। वाट़्सअप कॉल कर संपर्क करते और उसे भी न्यूड वीडियो की क्लीपिंग भिजवाने लगते। इसके बाद उसे ब्लैकमेल करते हुए ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए मजबूर करते।
संभाग का एक मात्र अनूठा मामला
अनूपगढ़ साइबर सेल के प्रभारी रमेश सर्वटा ने बताया कि बीकानेर संभाग में यह पहला ऐसा मामला है जहां अपराधी लोकल है और पीड़ित अन्य राज्यों के है। अमूमन पीड़ित लोकल होते है और अपराधी बाहरी राज्यों या मेट्रो सिटी के होते रहे हैं। करीब एक साल से अधिक समय से चल रहे इस ठगी के खेल में दोनों आरोपियों ने खुद के अलावा अपने परिचितों व बेरोजगार युवकों के बैंक खातों को किराए पर लेकर साइबर ठगी की रकम को जमा कराई थी। इन आरोपियों के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर कई राज्यों में शिकायतें दर्ज है।
जांच अधिकारी ने बताया कि इन दोनों आरोपियों के कब्जे से चार मोबाइल, पांच एटीएम कार्ड और एक आधार कार्ड जब्त किया गया है। इसके अलावा अलग-अलग बैंक खातों में पच्चीस लाख रुपए के लेनदेन की एंट्री मिली है। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल फोन का विश्लेषण किया गया तो व्हाटसअप, टेलीग्राम, इन्सटाग्राम, जीमेल पर विभिन्न लड़कियों के नामों से फर्जी आईडी बनाई हुई मिली। इनमें अलग-अलग मोबाइल नम्बर पर न्यूड वीडियो कॉल के चार्जेज के मैसेज भी मिले।
ये इन पीड़ितों ने दर्ज कराई शिकायतें
जांच अधिकारी के अनुसार ऑनलाइन पोटर्ल पर चार पीड़ित परिवादी सामने आए है। इसमें हरियाणा के पंचकूला निवासी अंकुश कुमार से साठ हजार रुपए की साइबर ठगी की। इसके अलावा महाराष्ट्र के पुणे निवासी अनीश अभिजीत देवकर से 36 हजार रुपए, महाराष्ट्र के चन्द्रापुर निवासी वेष्णवी पाण्डुरंग बडहारे से एक लाख 23 हजार रुपए, उत्तर प्रदेश निवासी अमन चौहान से तीन हजार रुपए की ठगी होने की शिकायतें दर्ज हुई है। इसके अलावा पांच सौ से अधिक लोगों ने समाज में बदनामी के डर से शिकायत तक दर्ज नहीं कराई।