पुरुष हॉकी विश्व कप 13 जनवरी से
हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल हैं और इसकी सुगंध गांव-गांव तक फैली हुई है। 13 जनवरी से भारत पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा। इस टूर्नमेंट के मुकाबले ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में खेले जाएंगे।
47 साल का खिताबी सूखा खत्म करना लक्ष्य
भारतीय टीम सिर्फ एक बार 1975 में विश्व कप जीत सकी है। टीम को पिछले 47 सालों से खिताब का इंतजार है। भारतीय पुरुष टीम ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में कास्य पदक जीता था। टीम अच्छी फॉर्म में चल रही है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी मेे भारतीय करीब पांच दशक का खिताबी सूखा खत्म कर नए साल का बेहतरीन तोहफा देना चाहेंगे।
हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल हैं और इसकी सुगंध गांव-गांव तक फैली हुई है। 13 जनवरी से भारत पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा। इस टूर्नमेंट के मुकाबले ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में खेले जाएंगे।
47 साल का खिताबी सूखा खत्म करना लक्ष्य
भारतीय टीम सिर्फ एक बार 1975 में विश्व कप जीत सकी है। टीम को पिछले 47 सालों से खिताब का इंतजार है। भारतीय पुरुष टीम ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में कास्य पदक जीता था। टीम अच्छी फॉर्म में चल रही है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी मेे भारतीय करीब पांच दशक का खिताबी सूखा खत्म कर नए साल का बेहतरीन तोहफा देना चाहेंगे।
आईसीसी पुरुष वनडे विश्व कप
भारतीय क्रिकेट टीम के सामने साल 2023 में सबसे बड़ी चुनौती वनडे विश्व कप होगी। टी-20 विश्व कप में विफल रहे भारत के पास विश्व चैंपियन बनकर देश को सौगात देने का शानदार मौका है।
खत्म करना होगा ट्रॉफी का इंतजार
1983 और फिर 2011, पहले कपिल देव और फिर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने वनडे विश्व कप जीतकर क्रिकेट जगत में अपना परचम लहाराया था। लेकिन इसके बाद टीम इंडिया फिर विश्व चैंपियन नहीं बन सकी। अपनी सरजमीं पर टीम इंडिया के पास एकबार फिर इतिहास रचने का बेहतरीन मौका है।
भारतीय क्रिकेट टीम के सामने साल 2023 में सबसे बड़ी चुनौती वनडे विश्व कप होगी। टी-20 विश्व कप में विफल रहे भारत के पास विश्व चैंपियन बनकर देश को सौगात देने का शानदार मौका है।
खत्म करना होगा ट्रॉफी का इंतजार
1983 और फिर 2011, पहले कपिल देव और फिर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने वनडे विश्व कप जीतकर क्रिकेट जगत में अपना परचम लहाराया था। लेकिन इसके बाद टीम इंडिया फिर विश्व चैंपियन नहीं बन सकी। अपनी सरजमीं पर टीम इंडिया के पास एकबार फिर इतिहास रचने का बेहतरीन मौका है।
आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 10 फरवरी से
पिछले कुछ सालों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और दुनिया में अपनी धांक जमाई है। 10 फरवरी से दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी महिला टी20 विश्व कप शुरू हो रहा है। पिछली बार की उपविजेता भारतीय टीम खिताब की प्रबल दावेदार है। टीम इंडिया की नजर पहले खिताब पर है।
इस बार नहीं चूकना, लेकर आना महिला विश्व कप
भारतीय टीम ने 2020 में खेले गए विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। टीम के पास खिताब जीतने का बेहतरीन मौका था, लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया से हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम हरमनप्रीत कौर की अगुआई में इस बार चूकना नहीं चाहेगी और देश को पहली बार आइसीसी ट्रॉफी दिला इतिहास रचना चाहेगी। भारतीय खिलाड़ी इसके लिए कड़ी तैयारी कर रही हैं।
यह भी पढ़े – कोहली-धोनी ने दुबई तो रोहित ने मालदीव में मनाया नए साल का जश्न
पिछले कुछ सालों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और दुनिया में अपनी धांक जमाई है। 10 फरवरी से दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी महिला टी20 विश्व कप शुरू हो रहा है। पिछली बार की उपविजेता भारतीय टीम खिताब की प्रबल दावेदार है। टीम इंडिया की नजर पहले खिताब पर है।
इस बार नहीं चूकना, लेकर आना महिला विश्व कप
भारतीय टीम ने 2020 में खेले गए विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। टीम के पास खिताब जीतने का बेहतरीन मौका था, लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया से हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम हरमनप्रीत कौर की अगुआई में इस बार चूकना नहीं चाहेगी और देश को पहली बार आइसीसी ट्रॉफी दिला इतिहास रचना चाहेगी। भारतीय खिलाड़ी इसके लिए कड़ी तैयारी कर रही हैं।
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32वें एशियन गेम्स
32वें एशियन गेम्स 2022 में चीन के हांगझाउ में खेले जाने थे, लेकिन कोरोना के कारण इन्हें स्थगित कर दिया गया। हालांकि कोरोना की स्थिति एक बार फिर चीन में बेकाबू हो गई है। इस कारण इन खेलों के आयोजन पर फिर खतरा मंडराने लगा है, लेकिन उम्मीद कायम है।
32वें एशियन गेम्स 2022 में चीन के हांगझाउ में खेले जाने थे, लेकिन कोरोना के कारण इन्हें स्थगित कर दिया गया। हालांकि कोरोना की स्थिति एक बार फिर चीन में बेकाबू हो गई है। इस कारण इन खेलों के आयोजन पर फिर खतरा मंडराने लगा है, लेकिन उम्मीद कायम है।
पदकों के सैकड़े पर नजर
भारतीय एथलीटों ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में दम दिखाते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत ने खेलों में सर्वाधिक सात पदक जीते, जिसमें एक स्वर्ण पदक भी शामिल रहा। भारतीय एथलीटों ने 2018 में आयोजित एशियन गेम्स में 16 स्वर्ण पदकों सहित कुल 70 पदक जीते थे। टीम इस बार पदकों का सैकड़ा बनाना चाहेगी।
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भारतीय एथलीटों ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में दम दिखाते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत ने खेलों में सर्वाधिक सात पदक जीते, जिसमें एक स्वर्ण पदक भी शामिल रहा। भारतीय एथलीटों ने 2018 में आयोजित एशियन गेम्स में 16 स्वर्ण पदकों सहित कुल 70 पदक जीते थे। टीम इस बार पदकों का सैकड़ा बनाना चाहेगी।
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