गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले नमामि गंगे परियोजना के लिए कुछ फेमस खेल वस्तुओं का ई-ऑक्शन आयोजन किया गया था। जिसमें यह जैवलिन आकर्षण का केंद्र थी। नमामि गंगे परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने धन जुटाने के लिए इस ई-ऑक्शन का आयोजन किया था और इन खेल सामग्री से प्राप्त होने वाली आय को नमामि गंगे परियोजना में इस्तेमाल में लिया जाएगा। गौरतलब है कि साल 2014 में गंगा की सफाई और संरक्षण को लेकर केंद्र सरकार द्वारा ‘नमामि गंगे परियोजना’ शुरू की गई थी।
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बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया जब पिछले साल नीरज की जैवलिन का ई-ऑक्शन किया गया तो उसमें बीसीसीआई ने जैवलिन के लिए विजय बोली लगाई थी। इसके अलावा हमने और कुछ चीजें भी खरीदी। आपको बता दूं कि यह केंद्र सरकार द्वारा एक एक महत्वपूर्ण काम (नमामि गंगे परियोजना) है जिसमें बीसीसीआई अधिकारियों को लगा कि ना सिर्फ इसमें हिस्सा लेना चाहिए बल्कि देश को भी आगे बढ़कर मदद करनी चाहिए। इसके अलावा BCCI अधिकारी ने बताया कि हम एक संगठन के रूप में खेलों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर है। साथ ही हमें गर्व है कि हमारे पास एक से बढ़िया एक विश्व चैंपियन एथलीट और खेल मौजूद हैं। आपको बता दें कि कोविड वेव के दौरान बीसीसीआई ने 51 करोड़ का दान पीएम केयर्स फंड में भी किया था।
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