सूचना पर नजदीक के भोपतपुरा रेंज ऑफिस से वन रक्षक लाला राम व सुरेश कुमार मीणा मौके पर पंहुचे तथा वन्यजीव को अपने कब्जे में लिया। गौरतलब है कि 2017 में रामगढ़ विषधारी अभयारण्य में डब्ल्यू डब्ल्यू एफ द्वारा फोटोट्रेप कैमरों से वन्यजीवों का सर्वे किया गया था। उस दौरान पहली बार इस प्रजाति की बिल्ली की कैमरे में कैद हुई थी, लेकिन दिखाई नहीं दी थी। कभी वन्यजीव गणना में भी यह बिल्ली नजर नहीं आई थी। आकार में बहुत छोटी व रात्रि में ही शिकार के लिए बाहर निकलने के कारण यह सामान्यत: नजर नहीं आती है।
यहां दुर्लभ प्रजाति की रस्टी स्पॉटेड कैट (सबसे छोटी जंगली बिल्ली) को अठखेलिया करते देखा गया है। बिल्ली की यह प्रजाति इतनी दुर्लभ है कि इसे वर्ष 2016 में संकटग्रस्त सूची में डाला जा चुका है।
रेलवे ट्रेक के पास दुनियां की सबसे छोटी मानी जाने वाली बिल्ली मिली है। रस्टी स्पॉटेड कैट विलुप्ति के कगार पर व दुर्लभ प्रजाति में शामिल है।इसे रेस्क्यू कर रेंज में रखा गया है। पशु चिकित्सा की सलाह के बाद इसे वापस से जंगल में छोड़ दिया दिया गया है।
संजीव शर्मा, उपवन संरक्षक,रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व, क्षेत्र
संजीव शर्मा, उपवन संरक्षक,रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व, क्षेत्र