पत्र में राजावत ने बूंदी जिले में रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र से जुड़े जनशून्य व जैवविविधता के लिहाज से समृद्ध देवझर महादेव से भीमलत महादेव तक के करीब 300 वर्ग किलोमीटर बफर क्षेत्र कालदां के बियावान जंगलों को बाघों के अनुकूल विकसित करने के लिए यहां से विलायती बंबूलों को हटाकर ग्रासलैंड विकसित करने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कालदां में नया वन नाका खोलने तथा यहां चार नए पर्यटन रूट बनाकर पर्यटन गतिविधियां शुरू करने, अभयपुरा बांध को पक्षी विहार घोषित करने, भीमलत जलप्रपात व वैली में टाइगर सफारी शुरू करने की मांग की है।