जानकारी के अनुसार आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए नगरपालिका में बड़ी दमकल आने के बाद क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिली थी और जहां कही भी आगजनी की घटनाएं हुई तो कापरेन की दमकल ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने में मदद की। यहां तक कि दूर दराज के क्षेत्र बूंदी, लाखेरी, के पाटन और कोटा में भी कापरेन नगरपालिका की दमकल ने मौके पर पहुंच कर आग बुझाने में मदद की। लेकिन पिछले दो माह से खराब होकर पड़ी दमकल का गर्मी के मौसम में उपयोग नही होने से क्षेत्र के लोगो को भी आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने में मदद नही मिल रही है।
ठीक करवाने के लिए पालिका प्रशासन द्वारा दो सप्ताह पहले दमकल ठीक करवाने के लिए बूंदी जिला मुख्यालय भेजी गई थी।जो अभी ठीक होकर वापस नहीं आई है। गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। ऐसे में लोग दमकल के लिए फोन करते हैं । प्रशासन द्वारा आवश्यक होने पर लाखेरी ,के पाटन की दमकल को सूचना देकर बुलाई जाती है जो मौके पर पहुंचने में काफी देर होने से नुकसान हो जाता है।
अड़ीला निवासी नगरपालिका पार्षद धनराज मीणा ने बताया कि रविवार को अड़ीला में रेलवे ट्रेक के दूसरी ओर खेत की नॉलाइयो में आग लग गई जो बढ़ती हुई नहर के समीप भूसे के ढेरों तक पहुंच गई। लोगो ने निजी संसाधनों से आग पर काबू पाने की कोशिश की।लेकिन आग बढ़ती गई तो कापरेन नगरपालिका को सूचना दी गई। कापरेन में दमकल नहीं होने पर प्रशासन द्वारा के पाटन की दमकल बुलाई गई और बडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। शहरवासियों ने प्रशासन से शीघ्र दमकल को ठीक करवाकर वापस लाने की मांग की है। उधर नगरपालिका के कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी गजेंद्र नागर ने बताया कि पालिका की दमकल खराव होंने से बूंदी जिला मुख्यालय पर भेजी गई है। एक सप्ताह में दमकल के ठीक होने की उम्मीद है और ठीक होने पर वापस मंगवाया जाएगा।