टीम में सीएचओ ज्योति गुलवंशी, सुपरवाईजऱ विजय नेमा, एएनएम मुनेश्वरी पारधी, आशा कार्यकर्ता गीता तिवारी, स्नेहलता पटवा, गीता परते, शशि पन्द्रे, सुभद्रा नेताम, नीलू डेहरिया, कुंति डेहरिया, ग्राम पंचायत बरेला सचिव शंकर यादव, सहायक सचिव श्वेता ने तीन टीम बनाकर मरीजों के घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य जांच किया। उन्होंने बताया कि 92 लोगों की स्लाइड जांच करने रक्त के नमूने लिए हैं। हालांकि इसमें से दो लोगों में मलेरिया के लक्षण पाए गए हैं। बुखार से पीडि़त 13 लोगों के रक्त नमूने भी लिए हैं, कोई भी मरीज मलेरिया पॉजिटिव नहीं है।
सीएचओ गुलवंशी ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य जांच के अलावा सर्वे किया गया। मकानों के आसपास रुके हुए पानी में डेमो फास्ट डाला गया है। लोगों को अधिक दिनों तक पानी जमा नहीं होने देने सलाह दी गई है। जिन लोगों की रक्त जांच आज नहीं हो पाई है, उनकी गुरुवार को जांच होगी। जिनको सामान्य बुखार है, उन्हें भी जरुरत के अनुसार दवा दी गई है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि तबीयत बिगडऩे पर तत्काल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचें।
इनका कहना है –
घंसौर क्षेत्र के बरेला गांव में अलग-अलग कारणों से चार लोगों की मृत्यु हुई है। एक मृतक 80 वर्षीय बुजुर्ग था। दूसरा जबलपुर में सिकलसेल का उपचार के दौरान मृत्यु हुई है। तीसरा बुखार से एवं एक अन्य कारण से मृत्यु हुई है। एहतियातन हमने मेडिकल टीम गांव भेजी है। बीमारी के जो भी कारण होंगे, वह जांच में पता चलेगा।
डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर, सीएमएचओ सिवनी
आयुष्मान कार्ड मामले में हो रही जांच
जिले के छपारा विकासखण्ड के गांव से लोगों को मुफ्त उपचार के बहाने जबलपुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में बस से ले जाने का मामला गर्माया हुआ है। इस मामले में सम्बंधित मेडिकल कॉलेज ने पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि उन्होंने कोई बस मरीजों के लेने के लिए नहीं भेजी थी, जबकि बस चालक का कहना है कि बस मालिक ने उन्हें उसी मेडिकल कॉलेज में मरीजों को ले जाकर छोडऩे को कहा था। सम्बंधित बस को ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले किया। अब पूरे मामले की जांच शुरु हो गई है।
कलेक्टर संस्कृति जैन के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर जांच करा रहे हैं। सीएमएचओ ने बताया कि आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को उपचार के बहाने लेकर जाने की शिकायत पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहे हैं। इस मामले में जबलपुर के जिस मेडिकल कॉलेज का नाम सामने आ रहा है, उसके प्रबंधन से भी पूछताछ कर जानकारी ली जाएगी। जांच पूरी होने के बाद ही बता पाएंगे कि इस मामले की क्या हकीकत है।
गौरतलब है कि सिवनी विधायक दिनेश राय ने आयुष्मान कार्ड धारक नागरिकों को मुफ्त इलाज कराने के बहाने लेकर जबलपुर जाने और मनमाने बिल लगाकर योजना की राशि निकाले जाने को लेकर सवाल उठाए हैं। जिसके बाद यह मामला गर्माया हुआ है।