कैम्पेन, प्रमोशन, लोगों के साथ बेहतर तालमेल और बिडेन के चुनावी एजेंडे को लोगों तक पहुंचाने की यह जिम्मेदारी इसलिए भी चुनौती है क्योंकि अमरीका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां लोग संक्रमण के डर से कैम्पेन और रैलियों में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। ऐसे में पूर्व के चुनावों की तुलना में लोगों तक पूरी ताकत से अपना चुनाव प्रचार करना आसान नहीं होगा। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जो भी उम्मीदावार अमरीकी मतदाताओं को लुभा सकेगा वहीं राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठेगा। बिउेन से पहले वे पीट बटीगीग के कैम्पेन का जिम्मा संभाल रही थीं जिन्होंने एक मार्च को अपना नामवापस ले लिया था।