बैठक में जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बूंदी के कोर क्षेत्र में स्थित गांवों के विस्थापन के लिए भरे गए ऑप्सन फार्म में मुआवजे संबंधी कार्यवाही शुरू की जावे। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य को करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि विभाग के अधिकारी, तहसीलदार एवं पटवारी संबंधित गांवों पहुंचकर विस्थापन के लिए ग्रामीणों की बेहतर तरीके से समझाइश करें। इसके अलावा भू समर्पण से संबंधी प्रकरणों का तहसीलदार द्वारा निस्तारण किया जावे।
बैठक में उपवन संरक्षक एवं उप क्षेत्र निदेशक (कोर) रामगढ़ विषधारी टाईगर रिजर्व संजीव शर्मा ने बताया कि सामाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। कोर क्षेत्र में निवासरत लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विस्थापन आवश्यक है। विस्थान के अभाव में मूलभूत सुविधाएं से वंचित रहना पडता है। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुर्गाशंकर मीणा, उपखण्ड अधिकारी बूंदी दीपक मित्तल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ओपी सामर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.महावीर शर्मा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता इंद्रजीत सिंह मीणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।