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खुले में बैठकर चांदनी रात में गिने वन्यजीव

जिले में बुद्ध पुर्णिमा के मौके पर हुई वन्यजीवों की गणना इस बार जिले के आशिंक जंगलों में ही हुई। बिना प्रशिक्षण के सपन्न हुई गणना के आंकड़े वन विभाग समेकित करने में जुट गया हैं।

बूंदीMay 24, 2024 / 05:00 pm

पंकज जोशी

गुढ़ानाथावतान. राड़ी गोबरिया में कुरेल नदी किनारे खुले में तपती धूप में बैठकर गणना करते वनकर्मी।

गुढ़ानाथावतान. जिले में बुद्ध पुर्णिमा के मौके पर हुई वन्यजीवों की गणना इस बार जिले के आशिंक जंगलों में ही हुई। बिना प्रशिक्षण के सपन्न हुई गणना के आंकड़े वन विभाग समेकित करने में जुट गया हैं। जानकारी अनुसार इस बार रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर प्रशासन ने वाटर हॉल वन्यजीव गणना नहीं करवाई। इसके कारण इंद्रगढ़, तलवास, रामगढ़ सेंचरी व भीमलत क्षेत्र में वन्यजीव गणना कार्य नहीं हुआ। यहां पहले ही वैज्ञानिक आधार पर ट्रांजेक्ट लाइन सर्वे से वन्यजीवों की गणना करवा ली थी।
प्रादेशिक वन मंडल ने हिंडोली, बूंदी, डाबी व केशवरायपाटन के करीब तीन दर्जन वाटर पॉइंट पर गणना करवाई, जो सुबह 8 बजे शुरू हुई जो शुक्रवार को 8 बजे तक चलेगी। यह पहला मौका है जब वन विभाग ने बिना प्रशिक्षण व स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिए अपने स्तर पर गणना करवाई। इस बार कई नए वन रक्षक भी भर्ती हुए, जिन्हें भी बिना प्रशिक्षण ही गणना करनी पड़ी।

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