जयपुर. लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले कांग्रेस अलर्ट मोड पर है। पार्टी ने अपने सभी पोलिंग एजेंट से मतगणना के दिन फॉर्म 17सी का डेटा मिलान के बाद ही मतगणना शुरू करवाने के निर्देश दिए हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने ईवीएम में गड़बड़ी और आंकड़ों में हेरफेर की आशंका जताई है। इसे देखते हुए पार्टी ने अपने पोलिंग एजेंट को कहा है कि फार्म 17सी और ईवीएम का डेटा का मिलान न हो तो आपत्ति दर्ज कराएं और जब तक समाधान नहीं हो तब तक मतगणना शुरू नहीं होने दें।
दी जा रही है ट्रेनिंग पोलिंग एजेंट को फॉर्म 17सी को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है। हाल ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी पार्टी नेताओं के साथ फार्म 17सी को लेकर मंथन किया था।
ये है 17सी फॉर्म मतदान खत्म होने के बाद जब ईवीएम सील की जाती है तब उसमें दर्ज डेटा फार्म 17सी में भी दर्ज किया जाता है। यह डेटा पोलिंग एजेंट के पास होता है। फॉर्म 17सी में ईवीएम का सीरियल नंबर, बूथ पर मतदाताओं की कुल संख्या, मतदाताओं के रजिस्टर में वोटर की संख्या, ईवीएम में दर्ज वोटों की संख्या, बैलेट पेपर की संख्या के साथ ही सभी पोलिंग एजेंट और चुनाव अधिकारियों के हस्ताक्षर होते हैं।
इधर, मतगणना से पहले जुटेंगे भाजपा नेता-पदाधिकारी लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी, विस्तारक प्रदेश कार्यालय में जुटेंगे। सभी जिला अध्यक्षों को भी बुलाया गया है। लोकसभा सीट जीतने के बाद की रणनीति पर चर्चा होगी। एक जून को विस्तारकों के साथ भी बातचीत की जाएगी। गौरतलब है कि मतगणना की तैयारियों को लेकर भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति पहले ही सक्रिय हो चुकी है। मतगणना एजेंटों की नियुक्ति सहित मतगणना प्रक्रिया के दौरान प्रत्याशियों की ओर से की जाने वाली औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। विधि प्रकोष्ठ की ओर से चुनावी मतगणना से जुड़ी विस्तृत जानकारी का एक प्रपत्र सभी जिलाध्यक्षों, लोकसभा प्रत्याशियों और लोकसभा संयोजकों को भेजा गया है।