ज़मीनी विवाद में हुए नरसंहार के मामले का आनन फानन में एसपी ने गुरुवार को खुलासा किया। बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस किए पुलिस अधिकारियों ने खुद वीडियो बनाकर इसे मीडिया में जारी किया। इस वीडियो में न ही बरामद असलहा दिखाया गया और न ही आरोपियों के पकड़े गए स्थान को जिक्र किया गया। ग्राम प्रधान के भतीजे विमलेश दत्त, दिनेश दत्त को 5 लाइसेंसी असलहे के साथ गिरफ्तार किया गया था। गांव में तनाव को देखते हुए अभी भी भारी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात है। गुरुवार को घटना में मारे गए लोगों के शव को दफन किया गया।
यह भी पढ़े- सोनभद्र में जमीन विवाद में हिंसक झड़प, 10 लोगों की हत्या, जानिये क्या है पूरी कहानी बतादें कि बुधवार को आदर्श को ऑपरेटिव सोसाइटी की जमीन को लेकर प्रधान पक्ष और उभ्भा गांव के आदिवासियों के बीच खूनी संघर्ष हो गया था। जिसमें 10 आदिवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जबकि 28 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। विवादित जमीन की जुताई को लेकर आदिवासियों ने विरोध किया तो प्रधान पक्ष की तरफ से अंधाधुंध फायरिंग की गई जिसमें सात पुरूष और तीन महिला की मौत हो गई। इस घटना को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था । घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। वहीं इस घटना में पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर समय से पुलिस आ गई होती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। इस मामले में अब राजस्व परिषद ने भी सोनभद्र जिला अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
BY-Santosh Jaiswal