पुलिस ने बताया कि झांकर निवासी केसाराम (60) पुत्र वनाराम घांची ने पिण्डवाडा थाने में रिपोर्ट देकर बताया था कि उसकी पत्नी के इलाज के बाद 21 मार्च 2020 को उदयपुर के एक अस्पताल में एक पुत्र व एक पुत्री जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। जन्म के समय पुत्र के बीमार होने पर अस्पताल के चिकित्सकों ने बच्चों के अस्पताल में दिखाने की सलाह दी। जिस पर उसके भतीजे का लड़का विक्रम कुमार उसके पुत्र को इलाज के लिए उदयपुर के एक अस्पताल में लेकर गया। जहां पर उसका इलाज चला व बच्चे के शरीर की जांच करवाई गई।
इस दौरान भतीजे के लड़के विक्रम कुमार ने षडयंत्र रचकर मेडिकल की फर्जी रिपोर्ट बनवाई तथा रिपोर्ट में कांट-छांट कर नवजात बच्चे की लेट किडनी स्मॉल व उसके जननांग में समस्या बताकर उसका ऑपरेशन 6 महीने बाद कराने व लाखों रुपए कीमतन वैक्सीन दो साल तक हर महीने लगाना बताया। विक्रम कुमार ने वैक्सीन लगवाने की कह कर केसाराम से लाखों रुपए ऐंठ लिए। जबकि उसके पुत्र को एक भी वैक्सीन नहीं लगी। आरोप है कि फर्जी मैसेज व पत्र व मोबाइल के जरिए लिख कर उससे करीब एक करोड़ अस्सी लाख रुपए की ठगी व धोखाधडी की है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस थाना पिण्डवाड़ा ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने दो साल से फरार आरोपी विक्रम को बिलासपुर, छतीसगढ़ से गिरतार करने में कामयाबी हासिल की है।
पुलिस टीम में ये शामिल
पिण्डवाड़ा थानाधिकारी हमीर सिंह, एस आई जगदीश सिंह राजपुरोहित, कांस्टेबल अभय सिंह गुर्जर, लोकेश मीणा, कल्याण सिंह, विनोद कुमार, डीसीआरबी टीम नरेंद्र कुमार का सहयोग रहा।