जावाल की सम्पत्ति का ईडी से मांगा मार्गदर्शन सिरोही। आदर्श क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी घोटाला मामले में अब सोसायटी लिक्विडेटर एच एस पटेल ने सोसायटी के पैसे से खरीदी गई करोड़ों रुपए की सम्पत्तियों को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। लिक्विडेटर की ओर से सोसायटी की भूमि अटैच करने का आदेश पारित कर सिरोही कलक्टर को पत्र भेजने के बाद अब जिला कलक्टर के आदेश पर राजस्व विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। राजस्व विभाग ने 4 सम्पत्तियों का म्यूटेशन लिक्विडेटर के नाम भर दिया है। जबकि शेष के मामले में कार्रवाई जारी हैं।
पिछले दिनों लिक्विडेटर ने सोसायटी के पैसों से खरीदी भूमि की जिला कलक्टर को सूची भी भेजी थी। जिनमें सोसायटी का लोन चुकता नहीं करने वाले कर्जदारों की भूमि भी शामिल है। लिक्विडेटर ने भूमि कब्जे में लेकर स्वयं के बोर्ड भी लगा दिए थे।
पिछले दिनों लिक्विडेटर ने सोसायटी के पैसों से खरीदी भूमि की जिला कलक्टर को सूची भी भेजी थी। जिनमें सोसायटी का लोन चुकता नहीं करने वाले कर्जदारों की भूमि भी शामिल है। लिक्विडेटर ने भूमि कब्जे में लेकर स्वयं के बोर्ड भी लगा दिए थे।
चार सम्पत्तियों का म्यूटेशन
जानकार सूत्रों के अनुसार आदर्श कॉपरेटिव सोसायटी के लिक्विडेटर एच एस पटेल के लिखित अनुरोध के बाद सरकार से मार्गदर्शन मिलने पर राजस्व विभाग ने सम्पत्तियों का म्यूटेशन लिक्विडेटर के नाम किया। अब तक 4 सम्पत्तियों का म्यूटेशन खोला गया है, जिसमें रामपुरा में एक, वाड़ाखेड़ा गोल में दो और एक सिरोही की सम्पत्ति बताई जा रही है। यह सम्पत्ति संभव एनर्जी, कुछ आदर्श नगर व वाड़ाखेड़ा की कृषि भूमि बताई हैं।
जावाल की सम्पत्ति का ईडी से मांगा मार्गदर्शन
इधर, आदर्श सोसायटी से जुड़ी कुछ सम्पत्ति जावाल में भी हैं। इस पर भी लोन बताया जा रहा है। जिसका म्यूटेशन खोलना अभी शेष है। इस सम्पत्ति पर ईडी की ओर से ट्रांसफर नहीं करने का नोट लगा होने के कारण जिला प्रशासन ने ईडी से मार्गदर्शन मांगा है। ईडी से मार्गदर्शन मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
21 लाख जमाकर्ताओं के 14 हजार करोड़ रुपए डूबे
उल्लेखनीय हैं कि आदर्श सोसायटी घोटाले में करीब 21 लाख जमाकर्ताओं के 14 हजार करोड़ रुपए डूबे है। इसका खुलासा होने के बाद से एसएफआईओ, ईडी, इनकम टैक्स व एसओजी 6 सालों से जांच कर ही हैं। सोसायटी के कई संचालक जेल में है। सिरोही में पंजीकृत सोसायटी का कामकाज प्रदेश के बाहर भी फैला था। इसका मुख्यालय सिरोही की जगह अहमदाबाद कर दिया था। सोसायटी की देश में 800 से अधिक शाखाएं संचालित थीं।