कंपनी ने पिछले 2 महीनों में अंदर तीन बार 3.87 लाख टन, 4 लाख टन और अब 4.1 लाख टन कोयला एक दिन में भेजा है। इस तरह से दो महीनों के भीतर कंपनी ने अपना ही रिकॉर्ड दो बार तोड़ दिया है। माना जा रहा है कि कंपनी एक दिन में अभी और अधिक कोयला भेजने की कोशिश में है। यानी एक बार अभी और यह रिकॉर्ड टूट सकता है।
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक बुधवार को भारतीय रेलवे की 38 रेक से कोयला ग्राहक कंपनियों को भेजा गया है। इसके अलावा अब तक के सर्वाधिक एमजीआर (मेरी गो राउंड) से 80 कोयला रेक थर्मल पावर प्लांट्स को भेजा जा चुका है। मेरी गो राउंड एक पर्यावरणीय अनुकूल कोयला परिवहन माध्यम है जो खदानों से बिजली संयंत्रों तक खुद की रेलवे लाइन का उपयोग कर खुद के रेक से भेजा जाता है।
बढ़ते कोयला मांग को पूरा करते हुए एनसीएल ने बुधवार को देश भर के विभिन्न उपभोक्ताओं को कुल 118 कोयला से भरी हुई रेक भेजीं हैं, जिनमें 80 एमजीआर और 38 आइआर यानी इंडियन रेलवे की रेक शामिल है। देश की कोयला आवश्यकता को पूरा करते हुए एनसीएल ने चालू वित्तीय वर्ष में 15 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ 67.41 मिलियन टन कोयला प्रेषित किया है। आने वाले समय में भी राष्ट्र को क्षमता अनुसार भरपूर कोयला देने की कोशिश की जा रही है।
अब तक 62.81 मिलियन टन उत्पादन
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक भारी मानसून और कोविड महामारी के बाबजूद एनसीएल लक्ष्यों के समांतर कोयला उत्पादन कर रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक 62.81 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया जा चुका है। जबकि आपूर्ति किए गए कोयला की मात्रा 67.81 मिलियन टन है।
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक भारी मानसून और कोविड महामारी के बाबजूद एनसीएल लक्ष्यों के समांतर कोयला उत्पादन कर रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक 62.81 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया जा चुका है। जबकि आपूर्ति किए गए कोयला की मात्रा 67.81 मिलियन टन है।
गौरतलब है कि कंपनी को इस वित्तीय वर्ष में 119 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 126.5 मिलियन टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है। जिस तरह से कंपनी द्वारा कोयला की आपूर्ति किया जा रहा है। उसके मद्देनजर लक्ष्य से अधिक कोयला आपूर्ति की संभावना है।