-अपने वतन को भेजी मदद
-ऑक्सीजन सिलेंडर के अतिरिक्त भेजे कंसंट्रेटर भी
-राजस्थान का भी रखा विशेष ध्यान
सीकर. भारत में कोरोना महामारी (corona) की दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचा रखी है, वह दर्द देश के बाहर रह रहे प्रवासी भारतीयों(nri) को भी बहुत साल रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से बाहर गए भारतीयों ने देश के लिए अपने स्तर पर मदद भेजने का बीड़ा उठाया है। देश के लिए मदद भेजने का क्रम चल पड़ा है।
-ऑक्सीजन सिलेंडर के अतिरिक्त भेजे कंसंट्रेटर भी
-राजस्थान का भी रखा विशेष ध्यान
सीकर. भारत में कोरोना महामारी (corona) की दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचा रखी है, वह दर्द देश के बाहर रह रहे प्रवासी भारतीयों(nri) को भी बहुत साल रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से बाहर गए भारतीयों ने देश के लिए अपने स्तर पर मदद भेजने का बीड़ा उठाया है। देश के लिए मदद भेजने का क्रम चल पड़ा है।
देशभर में फैल रहे कोरोना संक्रमण और अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए खाड़ी देशों रह रहे प्रवासी भारतीयों ने अपने वतन वासियों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य आवश्यक सामान भारत भेजने में जुटे हैं।
कई सालों से बाहर कर रहे व्यापार, देश के लिए कुछ करने का मौका
बहरीन में रह रहे प्रवासी भारतीय पलसाना निवासी मनीष जांगिड़ ने बताया कि बहरीन में रहे रहे भारत के विभिन्न राज्यों के समूहों की ओर से 760 ऑक्सीजन सिलेंडर, दस कंसंट्रेटर मशीन भारत भेजे हंै। मदद करने वाले लोगों में राजस्थान के विभिन्न जिलों के लोग भी है शामिल हैं जो बहरीन में अपना व्यापार कर रहे हैं। इनमें पलसाना निवासी संदीप जांगिड़, मनीष जांगिड़ व हरीश जांगिड़ तीनों भाई भी पिछले कई सालों से बहरीन में रह रहे हैं।
सीकर के पलसाना के लिए भी बहुत कुछ
सीकर के पलसाना निवासी मनीष जांगिड़ पुत्र बाबूलाल जांगिड़ ने भारत के लिए भेजी गई मदद के अलावा अपने गांव के पलसाना के लिए अलग से मदद भेजी है। जिसमें पलसाना अस्पताल के लिए एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन व दो ऑक्सीजन सिलेंडर अकेले भेजे हैं। भेजा गया सामान अगले सप्ताह भारत पहुंच जाएगा। उधर दूसरे देशों से भी भारत को यहां के प्रवासी हरसंभव मदद भेजने की योजना बना रहे हैं।