रणमल सिंह का जन्म सीकर जिले के ग्राम कटराथल में एक किसान परिवार के घर हुआ था। वह भारत की आजादी से पहले जयपुर प्रजामंडल आंदोलन से जुड़कर स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए थे। उन्होंने किसानों के हित में शेखावाटी क्षेत्र में जागीरदारों और जमींदारों के खिलाफ शेखावाटी किसान आंदोलन का नेतृत्व किया। वहीं दूसरी तरफ सांसद हनुमान बेनीवाल ने पूर्व विधायक के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमेशा किसान वर्ग की पैरोकारी करने वाले पूर्व विधायक रणमल सिंह चौधरी का निधन हो जाने के दुखद समाचार प्राप्त हुआ। परमात्मा दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें, मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ है। वर्ष 1977 में रणमल सिंह चौधरी मेरे पिताजी स्वर्गीय रामदेव जी चौधरी के साथ विधायक रहे थे।
रणमल सिंह 4 दशकों तक कटराथल गांव के सरपंच रहे। 15 वर्षों तक वे पंचायत समिति पिपराली के प्रधान रहे और 1977 में सीकर से विधायक बने। वर्ष 1977 में आपातकाल के चलते कांग्रेस विरोधी लहर में वह प्रदेश में आयोजित विधानसभा चुनाव में जीते सभी कांग्रेस विधायकों के मुकाबले सबसे अधिक अंतर से जीत हासिल की थी।