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इंग्लिश मीडियम के स्कूलों में बच्चों से ले रहे हिंदी में परीक्षा

मप्र शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 224 विकासखंड मुख्यालयों में खोली गई अंग्रेजी माध्यम की उत्कृष्ट विद्यालयों का हाल बेहाल है।

सीधीAug 04, 2022 / 03:23 pm

Subodh Tripathi

इंग्लिश मीडियम के स्कूलों में बच्चों से ले रहे हिंदी में परीक्षा

सीधी. मप्र शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा समाज के कमजोर वर्ग के प्रतिभाशाली एवं मेधावी बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार उचित गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश के गैर आदिवासी 224 विकासखंड मुख्यालयों में खोली गई अंग्रेजी माध्यम की उत्कृष्ट विद्यालयों का हाल बेहाल है। शासन के निर्देश पर अंग्रेजी माध्यम की स्कूलें तो खोल दी गई, लेकिन आज तक वहां अंग्रेजी में दक्ष शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो पाई।

आलम यह है की ये स्कूलें केवल नाम की होकर रह गई हैं, यहां पढ़ाई और परीक्षा तक हिंदी माध्यम से हो रही है। अभिभावक अपने बच्चों को प्रवेश तो अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में दिला रहे हैं, लेकिन उनकी पढ़ाई हिंदी माध्यम की हो रही है। शासन के निर्देश पर वर्ष 2015-16 में सीधी जिले में अंग्रेजी माध्यम की पांच प्राथमिक शालाएं सीधी विकासखंड अंतर्गत व आदिवासी विकासखंड कुसमी को छोड़कर सीधी, मझौली, सिहावल व रामपुर नैकिन विकासखंड में एक-एक उत्कृष्ट माध्यमिक शाला खोली गई थी। लेकिन यहां अंग्रेजी माध्यमों के शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो पाई, वहीं समय पर पुस्तकों का भी वितरण नहीं हो पाया। गत वर्ष तो बच्चों की परीक्षा भी हिंदी माध्यम से ही आयोजित कर दी गई।

अंग्रेजी माध्यम की ये हैं प्राथमिक शालाएं

शासकीय प्राथमिक शाला कोतरकला सीधी

शासकीय प्राथमिक शाला माडल सीधी

शासकीय प्राथमिक शाला जोगीपुर सीधी

शासकीय प्राथमिक शाला पड़रा नवीन सीधी

शास. प्राथमिक शाला बम्हनी

अंग्रेजी माध्यम की ये हैं माध्यमिक शालाएं

शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला जमोड़ी कला विकासखंड सीधी

शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला चुवाही विकासखंड मझौली

शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल विकासखंड रामपुर नैकिन

शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला सिहावल विकासखंड सिहावल

सभी विद्यालयों की एक सी स्थिति

जिले में अंग्रेजी माध्यम से संचालित जिले की समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं की लगभग एक सी स्थिति है। यहां अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की पदस्थापना ही शासन स्तर नहीं हो पाई, जिससे ये स्कूलें केवल नाममात्र की अंग्रेजी माध्यम की होकर रह गई हैं। माध्यमिक शालाओें को नाम तो उत्कृष्ट विद्यालय का दे दिया गया है, लेकिन यहां उत्कृष्ट संस्थान जैसी कोई व्यवस्था नहीं है।

उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल में हिंदी माध्यम से हो रही पढ़ाई

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अंग्रेजी माध्यम से संचालित की जा रही रामपुर नैकिन विकासखंड की शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल का पत्रिका द्वारा भ्रमण कर जायजा लिया गया तो यहां चौंकाने वाली स्थिति मिली। यहां माध्यमिक स्तर में केवल एक नियमित शिक्षक की पदस्थापना है, शिक्षिका रजिया खान के पास प्रधानाध्यापक का भी प्रभार है, इसके अतिरिक्त केवल एक अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं। अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक न होने से यहां बच्चों की पढ़ाई हिंदी माध्यम से ही कराई जा रही है। गत वर्ष परीक्षा भी हिंदी माध्यम से ही ली गई थी, इस वर्ष जो वर्क बुक उपलब्ध कराई गई है वह भी हिंदी माध्यम की ही है। प्रधानाध्यापक रजिया ने बताया की पिछले शैक्षणिक सत्र में जब हिंदी माध्यम का प्रश्न पत्र भिजवाया गया तो मेरे द्वारा बीआरसीसी से आपत्ति की गई, जिस पर उनके द्वारा कहा गया की शासन स्तर से ही यह मौखिक आदेश आया है, अब यहां पढ़ाई भी हिंदी माध्यम से ही होगी। बता दें की अगडाल स्कूल में कक्षा 6 से 8वीं तक 92 छात्र पंजीकृत हैं।

बीआरसी के आदेश पर कराई गई हिंदी माध्यम से परीक्षा

पिछले शैक्षणिक सत्र में बीआरसीसी द्वारा हिंदी माध्यम का ही प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया गया था, उन्हीं के आदेश पर हिंदी माध्यम से परीक्षा ली गई थी, उनका कहना है की इस शैक्षणिक सत्र से पढ़ाई भी हिंदी माध्यम से ही कराई जाएगी।

रजिया खान, प्रधानाध्यापक शास. उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल

अंग्रेजी माध्यम से ही होनी है पढ़ाई व परीक्षा

जिले में संचालित अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से ही पढ़ाई और परीक्षा आयोजन किया जाना है। ये अलग बात है की लगातार पत्राचार के बाद भी शासन स्तर से अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की पदस्थापना नहीं कराई जा सकी है।

शशिभूषण तिवारी, एपीसी जिला शिक्षा केंद्र सीधी

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