प्रदेश मेरिट में सरस्वती शिशु मंदिर हाइस्कूल करौंदिया सीधी के आदर्श कुमार दीक्षित पिता दूधनाथ दीक्षित को आठवां स्थान 488 अंक के साथ मिला है। वहीं शासकीय उत्कृष्ट उमावि क्र.1 सीधी के कमलनारायण सिंह पिता दयासागर सिंह को 9वां स्थान 487 अंक के साथ मिला है। प्रदेश की टॉप टेन सूची में श्रीगणेश उमावि अमहा सीधी की साक्षी द्विवेदी पिता रामसजीवन द्विवेदी एवं शासकीय उत्कृष्ट उमावि क्र.1 सीधी के गोपाल विश्वास पिता फाल्गुनी विश्वास को 10वां स्थान 486 अंक के साथ मिला है।
शैक्षणिक व्यवस्था की कलई खुल चुकी है जिले के चारों मेधावी छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को भोपाल स्थित आवास पर आयोजित समारोह के दौरान सम्मानित किए। वहीं हायर सेकेंड्री में प्रदेश मैरिट पर सीधी जिले को जगह न मिलने से मायूसी बनी रही। उधर, चर्चा के दौरान कई शिक्षाविदों का कहना था कि प्रदेश की टॉप टेन सूची में हायर सेकेंडरी के एक भी परीक्षार्थी को जगह न मिलने से शैक्षणिक व्यवस्था की कलई खुल चुकी है।
परीक्षा परिणाम संतोषजनक नहीं पूरे सत्र में शिक्षा विभाग के अधिकारी व्यवस्था सुधारने का दावा करते रहे लेकिन विषय वस्तु के अनुसार, छात्र-छात्राओं को बेहतर तैयारी न कराने से परीक्षा परिणाम संतोषजनक नहीं मिल सका है। यह अवश्य है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी आंकड़ों में बोर्ड कक्षाओं का परीक्षा फल ज्यादा बताने की कोशिश कर रहे है। किंतु यह परिणाम भी हाई स्कूल परीक्षा में बेस्ट फाइव लागू होने के कारण सामने आया है। यदि यह नई व्यवस्था लागू न होती तो सीधी जिले का बोर्ड परीक्षा परिणाम कुछ और ही सच्चाई बयां करता।
कैफे में रही भीड़
परीक्षा परिणाम जानने के लिए छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके अभिभावकों का हुजूम उमड़ पड़ा। ज्यादातर परीक्षार्थी नेट से अंकसूची की प्रतिलिपि निकलवाने के लिए कम्प्यूटर सेंटरों पर पहुंच गए। कम्प्यूटर सेंटरों में भी अंकसूची की प्रति निकलवाने के लिए देर शाम तक भीड़ बनी रही। मोबाइल के माध्यम से भी परीक्षार्थियों की उत्सुकता अपना परीक्षा परिणाम जानने के लिए रही।
परीक्षा परिणाम जानने के लिए छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके अभिभावकों का हुजूम उमड़ पड़ा। ज्यादातर परीक्षार्थी नेट से अंकसूची की प्रतिलिपि निकलवाने के लिए कम्प्यूटर सेंटरों पर पहुंच गए। कम्प्यूटर सेंटरों में भी अंकसूची की प्रति निकलवाने के लिए देर शाम तक भीड़ बनी रही। मोबाइल के माध्यम से भी परीक्षार्थियों की उत्सुकता अपना परीक्षा परिणाम जानने के लिए रही।
बेस्ट फाइव से बढ़ा हाइस्कूल का परिणाम
बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों को ज्यादा से ज्यादा उत्तीर्ण कराने शासन ने बेस्ट फाइव व्यवस्था इस वर्ष से लागू की गई है। जिसके चलते पांच विषय में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को एक विषय में अनुत्तीर्ण या पूरक होने के बाद भी पास घोषित किया गया है। यह नई व्यवस्था लागू होने के बाद हाइस्कूल का परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत बढ़ पाया। साथ ही पूरक एवं अनुत्तीर्ण घोषित किए गए छात्रों के लिए भी नई परीक्षा का आयोजन कराके उत्तीर्ण करने की व्यवस्था बनाई गई है।
बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों को ज्यादा से ज्यादा उत्तीर्ण कराने शासन ने बेस्ट फाइव व्यवस्था इस वर्ष से लागू की गई है। जिसके चलते पांच विषय में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को एक विषय में अनुत्तीर्ण या पूरक होने के बाद भी पास घोषित किया गया है। यह नई व्यवस्था लागू होने के बाद हाइस्कूल का परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत बढ़ पाया। साथ ही पूरक एवं अनुत्तीर्ण घोषित किए गए छात्रों के लिए भी नई परीक्षा का आयोजन कराके उत्तीर्ण करने की व्यवस्था बनाई गई है।