आमदनी की उम्मीद थी, हो गया लाखों का नुकसान
पांच किसानों में से एक नंदकिशोर धाकड़ ने बताया कि इस बार अपने 15 बीघा खेत में बांस-तार पर टमाटर का उत्पादन किया। इसमें प्रति बीघा 1 लाख रुपए की लागत लग गई, क्योंकि इस बार बांस मिले नहीं तो लोहे के पाइपों में तार बांधकर टमाटर लगाए। टमाटर में जब फल आना शुरू हुआ तो सभी किसान खुश थे, क्योंकि पैदावार अच्छी हो रही थी। लेकिन एक सप्ताह पूर्व टमाटर की फसल पर सफेद तितली ने आक्रमण कर दिया। इसे खेत में खराब होकर टमाटर जमीन पर गिरने लगा। अब स्थिति यह है कि पूरे खेत में टमाटर का ढेर जमीन पर लग रहा है। 10 लाख की आमदनी की उम्मीद थी, लेकिन उल्टा 15 लाख रुपए का नुकसान हो गया।
जहां से हिलाया तार, उड़ने लगती हैं तितलियां
खेत में हो रही अपनी बर्बादी को दिखाने के लिए किसान नंदकिशोर अपने खेत में ले गया। उसने तार हिलाया, वहां से चार-छह छोटी सफेद तितलियां उड़ती नजर आईं। यह स्थिति हर पौधे को हिलाने पर हो रही थी। तार हिलाते ही टमाटर भी इतना खराब हो रहा है कि वो एक साथ झड़कर जमीन पर गिर रहा है।
टमाटर को ऐसे खराब करती है तितली
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि यह सफेद कीट वयस्क होकर अंडे देने की स्थिति में है। यह टमाटर में पिन की तरह छेद करके उसमें अंडे दे देती है, जो बहुत जल्दी इल्ली बनकर टमाटर के अंदर के गूदे को खाकर पूरी तरह से नष्ट कर देती है। इस कीट का जीवन-चक्र कुछ दिन का होता है, लेकिन उस दौरान इसके अंडे जल्दी ही कीट बनकर नुकसान पहुंचाते हैं।