ये है देवभूमि…कमाई से पहले जिन्दगी जरूरी। जानिए
हिमाचल: प्राकृतिक आपदा में सरकारी वाहन रहे प्रभावित शिमला. देवभूमि में स्थानीय यात्रियों व पर्यटकों के लिए हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में आवाजाही का हिमाचल पथ परिवहन निगम बेहतर विकल्प है, लेकिन प्राकृतिक आपदा में इन वाहनों के चक्काजाम के हालात हो गए। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि मानकर निगम ने सेवाएं ही प्रभावित कर दी, लेकिन जोखिम नहीं ली। एक रिपोर्ट…
ये है देवभूमि…कमाई से पहले जिन्दगी जरूरी। जानिए
एचआरटीसी को चार दिन में दो करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में हिमपात के कारण हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की सेवाएं प्रभावित होने से निगम को चार दिनों में दो करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। एचआरटीसी की एक दिन की औसत कमाई करीब दो करोड़ रुपए है। चार दिन में निगम को करीब आठ करोड़ कमाई होनी थी, लेकिन सभी रूट संचालित न होने के कारण छह करोड़ ही कमाई हो सकी है। शिमला, कुल्लू, मंडी, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिले में निगम के रूट सबसे अधिक प्रभावित रहे हैं।
बस सेवा रही प्रभावित
सोमवार को निगम के 280 रूटों पर बस सेवा प्रभावित रही। अकेले शिमला मंडल के तहत 181 रूटों पर बसें रवाना नहीं हो पाई। सड़कें बंद होने के कारण शिमला मंडल की 29 बसें अब तक मुख्यालय नहीं लौट पाई हैं। अगले दो दिनों में बस सेवाएं सुचारू होने की उम्मीद है।
सड़कें बहाल के लिए बैठकें
लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ कार्यालय में प्रतिदिन सड़क को बहाल किए जाने की बैठकें हो रही हैं। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में बर्फबारी के चलते बंद सड़कों को बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है। प्रतिदिन फील्ड अधिकारियों से रिपोर्ट ली जा रही है।
हिमाचल: बारिश तो कहीं ओलावृष्टि भी
शिमला. हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर सामान्य से नीचे (शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से शून्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस) और देश के बाकी हिस्सों में सामान्य के करीब रहा। हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि दर्ज की गई। हिमाचल में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश हुई है।
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