Wildlife Hospital Kuno: कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट के 2 साल पूर्ण होने पर एक सुपर स्पेशिलिटी वाइल्ड लाइफ अस्पताल भी बनकर तैयार हो गया है। इसका लोकार्पण बीते रोज वनमंत्री रामनिवास रावत ने किया था। आधुनिक सुविधाओं से लैस ये अस्पताल 2 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इस अस्पताल में चीता और कूनो के अन्य वन्यजीवों का उपचार किया जा सकेगा।
ये मिलेगी कूनो के अस्पताल में सुविधा
कूनो नेशनल पार्क के पशु अस्पताल का निर्माण पालपुर रेस्ट हाउस के पास किया गया है।
लगभग 250 वर्ग मीटर एरिया में बना ये वाइल्ड लाइफ अस्पताल आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
इसमें ऑपरेशन थिएटर, एक्सरे, सोनोग्राफी, ब्लड टेस्ट लैब, पोस्टमार्टम रूम, आउट ट्रीटमेंट सहित तमाम सुविधाएं रहेंगी।
इसके परिसर में एक कॉन्फ्रेंस हॉल भी बनाया गया है, जहां विभागीय अधिकारी बैठक कर सकेंगे।
अस्पताल के लिए दो पशु चिकित्सक डॉ. ओमकार अचल और डॉ.जितेंद्र जाटव हैं।
नेशनल पार्क और अभयारण्यों में पहला वाइल्ड लाइफ अस्पताल
बताया गया है कि कूनो में बना सुपर स्पेशिलिटी वेटनरी हॉस्पिटल प्रदेश के अन्य नेशनल पार्क और अभयारण्यों में पहला है। हालांकि अन्य कुछ जगह भी अस्पताल बने हैं, लेकिन जिस तरह कूनो के अस्पताल में आधुनिक उपकरण और आधुनिक सुविधाएं हैं, वो कहीं और नहीं है। यही वजह है कि इसका निर्माण चीता प्रोजेक्ट के तहत किया गया है।
प्रोजेक्ट से पहले हो गया था स्वीकृत
कूनो में सुपर स्पेशिलिटी वेटनरी हॉस्पिटल की स्वीकृति चीता प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले ही मिल गई थी, लेकिन इसका निर्माण धीमी गति से हुआ। यही वजह है कि लगभग 2 साल में बनकर तैयार हुए इस अस्पताल का बुधवार 17 सितंबर को चीता प्रोजेक्ट के 2 साल पूर्ण होने पर किया गया।
चीता के साथ अन्य वन्यजीवों का होगा उपचार
कूनो में बने नए वाइल्ड लाइफ अस्पताल में न केवल चीता का उपचार हो सकेगा, बल्कि कूनो पार्क के अन्य वन्यजीवों को भी यहां सुगम उपचार मिल सकेगा। इसमें तेंदुआ, हिरण, चीतल, भालू, सांभर सहित अन्य वन्यजीवों को यहां त्वरित उपचार मिलने की उम्मीद है।