पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के प्रदीप चौधरी ने गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन को करीब 92 हजार मतों से हराया था। इस बार भी लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रदीप चौधरी और सपा प्रत्याशी इकरा हसन के बीच आमने सामने होने से मुकाबला दिलचस्प होने के आसार बन गए हैं। हालांकि, बसपा ने अभी तक अपने उम्मीदवार नहीं उतारी है।
2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता हुकुम सिंह (Hukum Singh) ने सांसद मुनव्वर हसन (Chaudhary Munawwar Hasan) की पत्नी तब्बसुम हसन को हराकर कैराना में भाजपा का परचम लहराया था। लेकिन बीमारी के चलते साल 2018 फरवरी में सांसद हुकुम सिंह का निधन हो गया। इसके बाद उपचुनाव हुए, जिसमें तब्बसुम हसन फिर से जीतने में कामयाब रही थी।
तब्बसुम हसन ने हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को चुनाव हराया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सहारनपुर जनपद से तीन बार विधायक रह चुके प्रदीप चौधरी पर दांव खेला। इस चुनाव में प्रदीप चौधरी ने तब्बसुम हसन को 92 हजार के भारी मतों से हरा दिया।
कैराना लोकसभा सीट 2019 के आंकडे़
कुल मतदाता- 16 लाख 61 हजार 963
पुरूष मतदाता – 8 लाख 95 हजार 684
महिला मतदाता- 7 लाख 66 हजार 185
कैराना लोकसभा सीट 2024 के आंकडे़
कुल मतदाता- 17 लाख 18 हजार 317
पुरूष मतदाता- 9 लाख 19 हजार 818
महिला मतदाता- 7 लाख 98 हजार 402
पांच साल में कुल बढे़ मतदाता- 56 हजार 354
कैराना लोकसभा सीट पर मतदाता की बात करे तो हिंदू और मुस्लिम गुर्जर मतदाता की संख्या तीन लाख से अधिक है। वहीं, इतना ही संख्या करीब मुस्लिम आबादी की भी है। ऐसे में भाजपा ने दोबारा से प्रदीप चौधरी पर भरोसा जताते हुए गुर्जर कार्ड खेला है। वहीं, सपा ने तब्बसुम हसन की बेटी इकरा हसन को प्रत्याशी बनाया है।