दिखाई दिए दो बाघ, दोनों जंगल में गुम
बावनथड़ी गांव में 29 नवम्बर को जिस बाघ ने 20 वर्षीय युवक का शिकार किया था, उसको तलाशने के लिए लगातार गश्ती और ड्रोन कैमरा व हाथी की मदद ली जा रही थी। जंगल में एक ठिकाने पर बाघ को तलाशने के दौरान पता चला कि दो बाघ एक ही इलाके में घूम रहे हैं। ऐसे में एक बाघ को बेहोश (ट्रेंकुलाइज) कर रेस्क्यू करने में जोखिम होता है, दूसरा बाघ हमला कर सकता है। क्योंकि एक ही बाघ को बेहोश करने की अनुमति विभाग से मिली थी, इसलिए इस बात का इंतजार किया गया कि दोनों बाघ अलग-अलग इलाकों में जाएं। स्वभाव से दो बाघ अधिक दिनों तक एक ही क्षेत्र में नहीं रहते हैं, लेकिन दो दिनों तक इन पर नजर रखी गई तब भी ये साथ-साथ थे। तीसरे दिन ये दोनों बाघ ही जंगल में गुम हो गए।
सारी कोशिशों पर फिरा पानी
पेंच के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने बताया कि फिलहाल टाइगर लोकेट नहीं हो रहा है, कैमरे में दिखेगा, तभी उसका रेस्क्यू कर सकेंगे। रेस्क्यू दो दिसम्बर की शाम से शुरु हुआ था। 10-12 जगह कैमरा ट्रेप लगाए गए, गांव में सतर्क रहने, जंगल में न जाने मुनादी कराते हुए पेट्रोलिंग की गई। तब कैमरे में बाघ दिखा और पगमार्क मिले। तब बाघ को रेस्क्यू करने गारा रखा गया, पिंजरे भी रखे गए। तब देखा गया कि बाघ ने गांव के नजदीक राजस्व इलाके में शिकार किया था, वहां कैमरे लगाए गए। दो-तीन दिन तक बाघ एक अन्य बाघ के साथ देखा गया। हाथी पर सवार डॉक्टर इस बात का इंतजार करते रहे, कि अलग होने पर बाघ को बेहोश करते, लेकिन अब दोनों बाघ जंगल में गायब हो गए हैं। अब जब बाघ अगला गारा करेगा, तब उसकी सही लोकेशन पता चलने पर रेस्क्यू को आगे बढ़ाया जाएगा। फिलहाल कर्मचारी गश्ती कर रहे हैं, पिंजरा लगा है, और जो भी उपाय हो सकते हैं, किए जा रहे हैं।