प्राइवेट स्कूलों के पुस्तक सेट पर कोई छूट नहीं-
पुस्तक मेला में दुकानदारों के पास प्राइवेट स्कूलों की निर्धारित पुस्तकों के सेट बने हुए हैं। अभिभावक जब इन सेट को खरीदने पहुंच रहे हैं, तो उनको दुकानदार प्रिंट रेट पर ही बेच रहे हैं। इसमें कोई छूट नहीं दी जा रही है। इस तरह से पुस्तक मेले में अभिभावकों को कीमत में छूट की बात कहकर ठगा जा रहा है। अहम बात है कि जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी यही प्रचारित-प्रसारित कर रहे हैं कि पुस्तक मेला में डिस्काउंट के साथ सामग्री उपलब्ध हो रही है। लेकिन हकीकत में ऐसा सभी सामग्री में नहीं हो रहा है।
आधा दर्जन से ज्यादा लिखित शिकायत-
पुस्तक मेला में आ रहे कई लोग यहां पुस्तकों की मनमानी कीमत से बेहद नाराज हैं। लोगों का कहना है कि जब पुस्तक पर अंकित कीमत में ही खरीदी करना है, तो फिर इस पुस्तक मेले का क्या औचित्य है। बाजार से ही क्यों नहीं खरीदी कर लें। वहीं शिकायत प्रकोष्ठ को लोगों ने पुस्तक मेला के दूसरे दिन सात लोगों ने लिखित शिकायत की हैं। जिसमें प्राइवेट स्कूल की किताबें अधिक कीमत पर मिलने। जरूरत के मुताबिक कक्षा की किताब उपलब्ध न होने, अधिक कीमत पर सामग्री बेचा जाना मुख्य है।
सभी स्कूलों की उपलब्ध नहीं गणवेश-
गणवेश विक्रय के लिए एक काउंटर लगाया गया है। जहां विक्रेता के पास कुछ ही स्कूलों की गणवेश उपलब्ध हैं। अभिभावक यहां पहुंचकर जब शहर के कुछ नामी स्कूलों की गणवेश की मांग कर रहे हैं, तो वह भी यहां उपलब्ध नहीं है, कहा जा रहा है। अभिभावकों ने कहा कि गणवेश विक्रेता दुकानों पर भी मनमानी कीमत वसूलते हैं। इस पर भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
इनका कहना है –
पुस्तक मेला में कुछ लिखित शिकायतें मिली हैं। जिनको संकलित कर कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत किया जाएगा। कुछ शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है।
विपनेश जैन, एडीपीसी शिक्षा विभाग सिवनी
पुस्तक मेला में कुछ लिखित शिकायतें मिली हैं। जिनको संकलित कर कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत किया जाएगा। कुछ शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है।
विपनेश जैन, एडीपीसी शिक्षा विभाग सिवनी