कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी द्वारा आत्महत्या करने के बाद पूर्व सीएम और दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ईडी द्वारा परमार को परेशान करने का आरोप लगाया था। अब इस मामले में कारोबारी की ओर से ही आत्महत्या से पहले लिखा गया 5 पन्नों का सुसाइड नोट सामने आया है। सुसाइड नोट ने भी कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को ही बल दिया है। कारोबारी परमार ने सुसाइड नोट में लिखा- ‘अधिकारियों ने मेरे घर पर छापा मारा और उधार लेकर रखे 10 लाख कैश के साथ 70 ग्राम सोने के जेवर ले गए। लेकिन इसका जिक्र उन्होंने पंचनामें में नहीं किया। उन्होंने ये भी लिखा- छापामार टीम के अधिकारी ने उनसे कहा था- अगर भाजपा में होते तो तुम पर केस नहीं होता। मेरे कंधे पर जूते रखते हुए वही अधिकारी बोला- तेरी यही औकात है।’
देश की बड़ी हस्तियों से लगाई न्याय की गुहार
आत्महत्या से पहले लिखे गए पत्र के एक-एक पन्ने पर दंपति ने अपना दर्द बयां किया है। खास बात ये है कि उन्होंने ये सुसाइड नोट सिर्फ आत्महत्या के वक्त पास ही नहीं रखा, बल्कि न्याय की उम्मीद लेकर इसकी अलग-अलग 17 हस्तियों, जिनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राहुल गांधी, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, ग्रहमंत्री, राज्यपाल, पुलिस के डीजीपी समेत कई न्यूज चैनलों को पत्र के रूप में भेजा है। यह भी पढ़ें- मध्यान्ह भोजन में परोसे जा रहे कीड़ों वाले चावल, बच्चों के स्वास्थ्य का हवाला देकर परिजन ने लगाए आरोप
ED अफसरों पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक मनोज परमार द्वारा आत्महत्या से पहले लिखे सुसाइड नोट में कहा- ‘सेशन कोर्ट आष्टा और CBI कोर्ट भोपाल में 2017 से एक ही घटना की दो FIR में ट्रायल झेल रहा हूं, जिसमें 2023 फरवरी में आष्टा कोर्ट का जजमेंट हो चुका है। इसकी दूसरी FIR का CBI कोर्ट भोपाल में ट्रायल चल रहा है। तीसरी बार मेरे घर पर 05/12/24 को ED ने सुबह 5 बजे रेड की, जिसमें उन्होंने पूरे घर की सर्चिग की। उसी रात करीब 9 बजे कुछ दस्तावेजों के साथ घर पर रखे 10 लाख रुपए और 70 ग्राम सोने की ज्वैलरी ले गए। उन्होंने आगे लिखा कि ये 10 लाख उन्होंने दो दिन पहले ही अपने रिश्तेदार और शराब ठेकेदार दिनेश परमार से लिए थे।पंचनामें पर कहीं इसका जिक्र नहीं
परमार ने सुसाइड नोट में लिखा- ‘ED टीम जो 10 लाख रुपए घर से ले गई, उसे उन्होंने पत्नी के 2013 का बैंक ऑफ बड़ौदा के लोन का O.T.S करने के लिए उधार लाया था। पर वो सारा रुपया ED के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू और उनका साथी राधेश्याम विश्नोई ले गए। उन्होंने आगे लिखा- लेकिन जब उन्हें छापामारी का पंचनामा बनाकर दिया गया तो उसमें कहीं भी न तो उन 10 लाख रुपयों का जिक्र था और न ही 70 ग्राम सोने ज्वैलरी की जब्ती दर्शाई गई थी।’ यह भी पढ़ें- बारात में नाचते-गाते दुल्हनिया लेने निकला दूल्हा, घोड़ी चढ़ते ही हुआ कुछ ऐसा, मच गई चीख-पुकार
‘कन्धों पर जूते समेंत पैर रखकर बोले- ‘तेरी यही औकात..’
सुसाइड नोट में उन्होंने ये भी लिखा कि, ईडी अधिकारी संजीत कुमार साहू ने सर्चिंग के दौरान मेरे कन्धों पर अपने जूते समेत पैर रखते हुए कहा- ‘तेरी यही औकात है। अगर बच्चों को जिंदा रखना चाहता है तो उन्हें भाजपा ज्वाइन करवा। सीबीआई केस में तेरी जमानत हो गई। इस केस में केजरीवाल, डी के शिवकुमार और हेमंत सोरेन से पूछना। जीवन भर जमानत नहीं होगी। परिवार वालों को राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनाने बोल और अपलोड करवाना शुरू कर दे।’सुसाइड नोट में राहुल गांधी से की मांग
मृतक कारोबारी ने कांग्रेस पार्टी तमाम नेताओं, खासकर राहुल गांधी से निवेदन किया कि ‘पार्टी से जुड़ने की वजह से हमें परेशान किया जा रहा है। जिसके कारण मुझे आत्महत्या करना पड़ रहा है। मेरे मरने के बाद इन बच्चों की जिम्मेदारी आप की ओर कांग्रेस पार्टी की है, जिससे कांग्रेस के लोगों में ये संदेश जाए कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। मेरी मौत को जाया मत होने देना। ये बच्चे अगर इस परिस्थिति में नहीं टूटे तो कभी नहीं टूटेंगे। राहुल जी, मेरे बच्चों को अकेला मत छोड़ना।’बेटे ने भी लगाए आरोप
कारोबारी मनोज परमार द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी आष्टा स्थित मृतक के बच्चों और परिजन से मिलने उनके घर पहुंच गए। मनोज परमार के बेटे ने आरोप लगाया कि ईडी द्वारा 10 लाख रुपए और गहने बिना पंचनामा में जिक्र के लिए गए। परिजन का आरोप है कि ईडी के दबाव के चलते परमार दंपती ने आत्महत्या की है। यह भी पढ़ें- MP weather Alert : कश्मीर बना ये क्षेत्र, ढंकी बर्फ की सफेद चादर, दो दिन और 35 जिलों में शीतलहर का अलर्ट
कमलनाथ बोले- ..ये हत्या है
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। एक्स पर पोस्ट करते हुए नाथ ने लिखा- ‘सीहोर ज़िले के आष्टा में श्री मनोज परमार और उनकी पत्नी के आत्महत्या करने की ख़बर अत्यंत दुखद है। जिस तरह से श्री परमार को ED के द्वारा प्रताड़ित किया गया, इससे स्पष्ट है कि यह आत्महत्या नहीं प्रताड़ना के कारण हुई हत्या ही है।’राहुल गांधी को भेंट की थी गुल्लक
बता दें कि, परमार दंपती के बच्चों ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। इसपर कांग्रेस न आरोप लगाया कि ‘पूरे देश में ED को राजनैतिक विद्वेष का हथियार बना लिया गया है। पहले विरोधियों और नेताओं को जेल भेजा जाता है और अब इस तरह का उत्पीड़न किया जा रहा है कि परेशान होकर लोग आत्महत्या करने तक को विवश हैं। ईश्वर परमार दम्पति की आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें।‘नफरत की राजनीति ने बेकसूर बच्चों को अनाथ किया’- पटवारी
मामले को लेकर मीडिया से चर्चा करते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा, परमार दंपति के बच्चों का स्पष्ट आरोप है कि ‘बार-बार एमपी भाजपा ज्वाइन करने का दबाव बनाया जा रहा था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा खुद ईडी को कह रहे थे, बच्चों को भाजपा ज्वाइन करवाओ। कसूर सिर्फ ये था। बच्चों ने भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। भाजपा को नफरत की इस राजनीति ने आज बेकसूर बच्चों को अनाथ कर दिया। यह भी पढ़ें- यहां भीख मांगने वाली महिला के पास मिला नोटों का जखीरा, 10 दिन की आमदनी आपके होश उड़ा देगी