ब्रॉड बेड फरो को मूल रूप से सोयाबीन के खेतों में पानी की समस्या से निपटने के लिए विकसित किया गया है, जहां हल्की एवं मध्यम काली मिट्टी वाले क्षेत्र है, वहां पर किसानों द्वारा ब्रॉड बेड फरो (बीबीएफ) या चौड़ी क्यारी और नाली पद्धति से बोवनी की जाती है।
मिट्टी की नमी का प्रबंधन वर्षा के पानी का मिट्टी में रिसाव और नमी अवधारणा को बढ़ाकर एवं पानी के बहाव, मृदा अपरदन को कम करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
बीबीएफ मशीन द्वारा गहरी नाली बनाकर अधिकतम वर्षा के दौरान जल की निकासी की जाती है और कम वर्षा होने पर गहरी नाली नमी के संरक्षण का काम करती है, जिससे दोनों स्थितियों के हानिकारक प्रभाव कम हो जाते है।
ब्रॉड बेड फरो पद्धति की विशेषताएं
कृषि विभाग के उप संचालक पांडे ने बताया कि ब्रॉड बेड फरो में सीड प्लेसमेन्ट के लिए एडजेस्टमेंट की सुविधा दी गई होती है। इस बहुउद्देशीय मशीन का उपयोग प्रदाय किए गए फरो ओपनर को जोडकऱ एवं हटाकर खरीफ व रबी दोनों फसलों के लिए किया जा सकता है। इस मशीन से पंक्ति से पंक्ति की दूरी एडजेस्ट की जा सकती है। ब्रॉड बेड फरो से बने चैनलों या नाली के माध्यम से आसानी से सिंचाई की जा सकती है। ब्रॉड बेड फरो में बोए गए बीजों को मिट्टी से एक साथ ढकने की सुविधा होती है। ब्रॉड बेड फरो में 5 फरो ओपनरों के साथ 4 अतिरिक्त फरो ओपनर का प्रावधान है। इस तकनीक के उपयोग से फसल उत्पादन में 14.20 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है।