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सवाई माधोपुर

जुगाड़ पलटने से बच्चे बाल-बाल बचे, ढाणी के कई बच्चे घटना से अभी भी सहमे हुए

Rajasthan News : सूरवाल थाना क्षेत्रांतर्गत मानपुर की ढाणी से भगवतगढ़ के रास्ते बीते दिवस जुगाड़ पलटने से हुई स्कूली बच्चों की बड़ी घटना को लेकर तीसरे दिन भी अभिभावकों में अपने बच्चों को लेकर भय देखा गया।

सवाई माधोपुरJan 27, 2024 / 01:24 pm

Omprakash Dhaka

Sawai Madhopur News : सूरवाल थाना क्षेत्रांतर्गत मानपुर की ढाणी से भगवतगढ़ के रास्ते बीते दिवस जुगाड़ पलटने से हुई स्कूली बच्चों की बड़ी घटना को लेकर तीसरे दिन भी अभिभावकों में अपने बच्चों को लेकर भय देखा गया। गुरुवार को स्टाफ की बाइक पर लिफ्ट लेकर महात्मा गांधी राउमावि भगवतगढ़ में केवल दो ही बच्चे पहुंचे। ढाणी के कई बच्चे घटना से अब भी सहमे हुए हैं। खास बात है कि इस जुगाड़ से पहले भी दो बार बच्चे बाल-बाल बचे, बावजूद प्रशासन और परिवहन विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया। न ही स्कूल प्रशासन ने इसे रोकने की कोशिश की। बारह साल से बच्चों का भविष्य जुगाड़ के सहारे ही चल रहा था।

 

पहले भी बाल-बाल बचे
ग्रामीणों के अनुसार इस जुगाड़ से पहले भी हादसे हो चुके हैं। एक बार की घटना में गांव की पुलिया के पास बच्चों से भरे इस जुगाड़ के ब्रेक फेल हो गए थे। इसमें बच्चे बाल-बाल बचे। इसके अलावा दूसरी बार की घटना में जुगाड़ का एक पहिया खुल गया। इससे संतुलन बिगड़ गया था औऱ यहां भी बच्चे बाल-बाल बच गए। अब तीसरी घटना में ये ही जुगाड़ स्टेयरिंग फेल होने से सड़क किनारे खाई में जा पलटा, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई औऱ 25 घायल हो गए।

 

जुगाड़ से ही आते-जाते थे बच्चे
ढाणी के लोगों एवं महात्मा गांधी राउमावि की प्रधानाचार्या कल्पना शर्मा की जानकारी के अनुसार करीब 12 साल से इसी जुगाड़ से बच्चों को घर से स्कूल औऱ स्कूल से घर तक लाया-ले जाया जाता था। मानपुर की ढाणी से भगवतगढ़ तक सात किमी के रास्ते औऱ कोई सुविधा यहां नहीं थी। ऐसे में अभिभावक औऱ स्कूल प्रशासन ने यह जानते हुए भी कि जुगाड़ एक अवैध वाहन है, बावजूद इसके सुरक्षा को लेकर कभी परिवहन विभाग और प्रशासन से शिकायत तक नहीं की। वहीं परिवहन विभाग अपनी आंखें मूंदे रहा और जुगाड़ पलटने से एक बड़ी घटना हो गई।

 

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घटना के दिन रुक गए थे कई बच्चे
गनीमत रही कि हादसे में कई बच्चों की जान बच गई। क्योंकि ढाणी में घटना के दिन एक स्कूल का वार्षिक उत्सव था। ऐसे में कई बच्चे जो जुगाड़ में सवार होकर भगवतगढ़ स्कूल जाते थे, वे वार्षिक उत्सव कार्यक्रम को देखने के लिए रुक गए औऱ भगवतगढ़ स्कूल जा नहीं पाए। इससे इन बच्चों की जान बच गई।

 

चार स्कूलों के बच्चे जाते थे जुगाड़ से स्कूल
मानपुर ढाणी से भगवतगढ़ पढ़ने के लिए चार स्कूलों के बच्चे जुगाड़ में भरकर जाते थे। इसमें निजी विद्यालय भी शामिल है। अन्य दिनों जुगाड़ में करीबन चालीस बच्चे सवार होकर जाते थे, लेकिन वार्षिक उत्सव की वजह से घटना के दिन इसमें तीस से भी कम बच्चे थे।

 

घटना से उठ रहे सवाल
जुगाड़ एक अवैध वाहन है, इससे बच्चों को स्कूल लाया-ले जाया जाता है, इसकी सूचना स्कूल की ओर से पुलिस को क्यों नहीं दी गई?
जुगाड़ चालक की आईडी मांगने औऱ बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल प्रशासन ने कदम क्यों नहीं उठाए ?
जुगाड़ जैसे अवैध वाहन को चलने से रोकने को परिवहन विभाग ने जिले में कोई कदम क्यों नहीं उठाए?

 

जानकारी के अनुसार घटना के दिन स्कूल में प्री-बोर्ड की परीक्षाएं चल रही थी। जुगाड़ चालक को बच्चों को प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए समय पर स्कूल पहुंचाना था। ऐसे में जल्दबाजी होने की वजह से भी जुगाड़ पलटने का हादसा माना जा रहा है। मामला ये है कि बीते दिवस मानपुर की ढाणी से भगवतगढ़ के रास्ते जा रहे स्कूली बच्चों से भरे एक जुगाड़ की स्टेयरिंग फेल हो गई। इससे एक बड़ा हादसा हो गया। जुगाड़ सड़क किनारे पास की खाई में पलटी खा गया। इस घटना में स्कूल के 24 बच्चे, चालक औऱ उसमें सवार एक महिला गम्भीर घायल हो गई। घायलों में शामिल एक बच्चे की मृत्यु हो गई।

 

लगाई जाएगी पाबंदी
क्षेत्र में जुगाड़ चलाने पर पूरी पाबंदी लगाई जाएगी। इसके लिए थाना स्टाफ को निर्देश दे दिए हैं। जहां भी जुगाड़ के चलने की सूचना मिली है, वहां तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
बीधाराम, थानाधिकारी सूरवाल

 

पहले हमने इन पर कार्रवाई की थी, जुगाड़ बंद कर दिए थे। पिछले तीन साल से हमारी जानकारी में कोई मामला सामने नहीं आया। न ही किसी ने कोई शिकायत की। यदि कोई मामला संज्ञान में आता है और कहीं ऐसे वाहन चल रहे हैं तो इन वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
दयाशंकर गुप्ता, जिला परिवहन अधिकारी

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