वहीं नशा करते व जुआ खेलते पाए जाने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाने का निर्णय किया। वक्ताओं ने कहा कि कुरीतियों को त्यागने से ही किसी भी समाज का विकास और उन्नति हो सकती है। महापंचायत में सतीश मीणा ने बताया की बैठक में पंच पटेलों की पंचायत न्याय व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। समाज के लोगों से नशा नहीं करने एवं जुआ-सट्टा नहीं खेलने की बात कही गई।
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अंतिम संस्कार मे सिर्फ नारियल लाएं, धोती या लुगड़ी लाना बंद किया गया। तीये की बैठक में कच्चा पक्का खाना बंद, समाज में लडक़ी को शादी से पहले सीमित व्यक्तियों को दिखाकर ही सगाई रस्म घर पर ही करने, मिलनी उसी दिन करने तथा गोद भराई समाप्त करने की बात कही गई। वहीं बारात दिन में समय 11 से 12 बजे तक तथा दुल्हन की विदाई उसी दिन करने की बात कही। टीके मे मात्र 21 व्यक्ति ही जाकर रस्म अदा करेंगे। इस दौरान मौजूद पटेलों ने सहमति जताई।