लाइव वीडियो सामने आने के बाद एक्सप्रेस-वे पर टोल शुरू करने के टालमटोल रवैये को लेकर एनएचएआइ के अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है। बजरी खनन पर रोक के सरकारी दावों की भी पोल खुल गई है। वहीं, घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। एनएचएआइ का यहां ऑफिस नहीं होने से सभी घटना से बचते नजर आ रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा? वीडियो में साफ आ रहा नजर
बता दें कि एक्सप्रेस-वे का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसमें साफ दिख रहा है कि ट्रक 120 की स्पीड वाली लाइन में चल रहा था। यानी डिवाइडर के बिल्कुल पास। ऐसे में ट्रक के ओवरस्पीड होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं, पीछे से आ रही कार कम स्पीड के कारण दूसरी लाइन में चल रही थी। वीडियो में नजर आ रहा है कि कार ट्रक से एक निर्धारित दूरी पर थी, लेकिन ट्रक चालक ने शीशे में बिना पीछे का वाहन देखे हुए ट्रक को एल शेप की तरह घुमा दिया। इससे पीछे चल रहे ईको कार चालक को वाहन नियंत्रित करने का मौका तक नहीं मिला और पूरी कार केंटा के नीचे घुस जाने से दब गई और हादसे में 6 लोगों की जान चली गई। भरी जा रही थी बजरी
जिले में बजरी खनन को लेकर चल रहा माफियाराज भी इस घटना से सामने आ गया है। एक्सप्रेस-वे पर जहां यह ट्रक घूमा है। वहां एक ट्रक पहले से ही बीच रोड पर आड़ा खड़ा था। वीडियो में बजरी भरने का तो स्पष्ट वाकया नजर नहीं आ रहा है। लेकिन जानकारों का कहना है कि वहां ट्रक इसी तरह खड़े होकर आए दिन बजरी भर रहे हैं। यहां बजरी का स्टॉक है। ऐसे में यह ट्रक भी उसी वाहन को देखकर वहां बजरी भरने घूमा था।
मनमाने तरीके से चलते हैं वाहन चालक
अवैध बजरी खनन में उपयोग आ रहे वाहनों के चालक इन वाहनों को तेज रफ्तार से चलाते हैं, ताकि उन्हें कोई रोककर कार्रवाई नहीं कर पाए। यदि इन्हें कोई रोकने की कोशिश करता है तो ये उसे कुचलने तक की जुर्रत तक कर देते हैं। ऐसे में विभागों के अधिकारी व पुलिस भी कई बार पर्याप्त संसाधन होने के अभाव में कार्रवाई करने से कतराती है।
शुरू कराएंगे पेट्रोलिंग और कैमरे
जिला कलक्टर खुशाल यादव ने कहा कि यहां एनएचएआइ की बाउंड्री तोड़कर बजरी का स्टॉक किया जा रहा है। हमने यहां हुई घटना के तुरंत बाद इनके कंट्रोल रूम को देखा था, यह भी चालू नहीं मिला था। हमने एनएचएआइ के अधिकारियों को मीटिंग में बुलाया था। इन लोगों से यहां पेट्रोलिंग करने को कहा है। साथ ही यहां कंट्रोल रूम पर कैमरे शुरू करने को कहा है। एनएचएआइ के सीनियर अधिकारियों से भी इस बारे में बात की जाएगी। हमारी तरफ से उन्हें जो भी सपोर्ट चाहिए, हम देंगे। हमने संबंधित एसडीएम को भी कहा है कि अवैध खनन पर प्रभावी कार्रवाई करें।