सतना । मानिकपुर-सतना रेलखंड के बीच बड़ा हादसा ट्रेन चालक की सतर्कता से टल गया। थोड़ी सी लापरवाही से ट्रेन की चपेट में कई वाहन आ जाते और दर्जनों की मौत हो जाती। दरअसल, टिकरिया के पास गेटमैन रामानुज पाण्डेय ने बिना स्टेशन मास्टर को सूचना दिए गेट खोल दिया। इससे वाहन आने-जाने लगे। उसी दौरान पाटलिपुत्र-लोकमान्य तिलक ट्रेन को सिग्नल मिला था। वह तेज गति से सतना की ओर आगे बढ़ रही थी। जब ट्रेन फाटक के पास पहुंची, तो चालक स्थिति देख हैरान रह गया। गेट खुला था और वाहन आ-जा रहे थे। उसने तत्काल इमरजेंसी बे्रक लगाया। ट्रेन फाटक के करीब पहुंच कर रुक गई। उसके बाद चालक ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। आनन-फानन टीआई सतना सीआर पण्डा, लोको इंस्पेक्टर आरसी तोमर व मानिकपुर पीडब्लूआई रफीक अहमद मौके पर पहुंचे। जांच में प्रथमदृष्ट्या गेटमैन को दोषी पाया गया। उसे निलंबित कर दिया गया।बारात के चक्कर में लापरवाहीबताया गया, मानिकपुर के व्यवसायी के बड़े बेटे की बारात सतना से मानिकपुर लौट रही थी। उसी दौरान टिकरिया से सतना-मानिकपुर शटल पैसेंजर चैन पुलिंग होने के कारण गेट नंबर 400 पर खड़ी हो गई। कुछ ही समय पहले डीयमयू शटल ट्रेन रवाना हुई थी। इसके चलते बारात को गेट पर रुकना पड़ा। इस दौरान कुछ बारातियों ने दो मिनट के लिए गेट खोलने का दबाव बनाया और गेटमैन ने लापरवाही कर दी। उसने गेट खोल दिया और वाहन निकलने लगे। तभी पाटलिपुत्र-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस आ गई।