जाना पड़ेगा एंजेसी
सतना जिले के एलपीजी कनेशनधारी ईकेवायसी कराने में पीछे हैं। शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के 20-25 प्रतिशत लोगों ने ही इसे पूरा कराया है। यह प्रक्रिया बायोमैट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाने और फेस फोटो के जरिए पूरी कराई जा रही है। इसके लिए कनेशनधारी को एजेंसी जाना पड़ रहा है। कुछ जगह एजेंसी के कर्मचारी घर जाकर भी इसे पूरा कर रहे हैं।
बंद हो सकता है गैस कनेक्शन
गैस एजेंसी संचालक विपिन चौरसिया ने बताया कि कंपनियों की वर्चुअल बैठक में 30 मई तक ई-केवायसी करने की डेडलाइन दी गई है। यदि इसे समय रहते पूरा नहीं कराया जाता तो गैस कनेशन निलंबित हो सकता है।
इतने उपभोक्ताओं ने कराई है ईकेवायसी
सतना और मैहर जिले में रसोई गैस का उपयोग करने वाले 5,12,422 उपभोता हैं। सबसे ज्यादा उपभोता इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के 2,83,365 हैं। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के 133896, भारत पेट्रोलियम कंपनी लिमिटेड के सबसे कम 95161 कनेशनधारी हैं। इंडियन ऑयल के 70841, एचपीसी के 27 हजार और बीपीसी के 18 हजार कनेशनधारियों ने ही ई-केवायसी कराई है।