इस दौरान सीट पर बैठने को लेकर विवाद हो गया। इस बीच एक यात्री ने रेलवे कंप्लेन नंबर पर फोन करते हुए विवाद की शिकायत कर दी। जिसके बाद मैहर से आरपीएफ व जीआरपी की टीम ट्रेन में पहुंची और संबंधितों के बयान दर्ज किए। इस दौरान एक युवक पर अभद्रता करने के आरोप लगे। जिसे सतना में उतार लिया गया। हालांकि, आरपीएफ व जीआरपी को लिखित रूप से विवाद की शिकायत सतना स्टेशन पर नहीं की गई है।
10 मिनट रुकी रही ट्रेन
शिकायत पर आरपीएफ व जीआरपी की टीम मैहर से सक्रिय हो गई थी। ट्रेन में ही यात्रियों के बयान भी दर्ज किए गए। उसके बावजूद सतना में ट्रेन को करीब 10 मिनट तक रोका गया। जानकारी अनुसार ट्रेन शाम 5.38 पर सतना पहुंची और 5.48 मिनट पर आगे की ओर रवाना हुई।
शिकायत पर आरपीएफ व जीआरपी की टीम मैहर से सक्रिय हो गई थी। ट्रेन में ही यात्रियों के बयान भी दर्ज किए गए। उसके बावजूद सतना में ट्रेन को करीब 10 मिनट तक रोका गया। जानकारी अनुसार ट्रेन शाम 5.38 पर सतना पहुंची और 5.48 मिनट पर आगे की ओर रवाना हुई।
लगातार समस्या
ट्रेनों के स्लीपर कोच में अनाधिकृत व्यक्तियों के सफर करने की बात आम हो गई है। जिसके चलते आए दिन विवाद की स्थिति भी निर्मित होती है। लेकिन, यात्रियों द्वारा लिखित शिकायत नहीं होने के कारण अधिकारी भी पूरे मामले पर चुप्पी साधे रहते हैं। जबकि अनाधिकृत यात्रियों के सफर करने की जानकारी रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों को है।
ट्रेनों के स्लीपर कोच में अनाधिकृत व्यक्तियों के सफर करने की बात आम हो गई है। जिसके चलते आए दिन विवाद की स्थिति भी निर्मित होती है। लेकिन, यात्रियों द्वारा लिखित शिकायत नहीं होने के कारण अधिकारी भी पूरे मामले पर चुप्पी साधे रहते हैं। जबकि अनाधिकृत यात्रियों के सफर करने की जानकारी रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों को है।