बता दें कि खग्गू सराय क्षेत्र में स्थित यह मंदिर तीन दशक पहले सांप्रदायिक तनाव के कारण बंद कर दिया गया था। क्षेत्र में हालात सुधरने के बावजूद मंदिर को अब तक नहीं खोला गया था। लंबे समय से स्थानीय लोग मंदिर को दोबारा खोलने की मांग कर रहे थे, जिसके बाद प्रशासन ने यह निर्णय लिया।