सहारनपुर मंडल भी किसानों का गढ़
दरअसल सहारनपुर मंडल भी किसानों का गढ़ है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं और शामली भी किसानों का गढ़ है। सहारनपुर में भी समय-समय पर किसानों के बड़े आंदोलन होते रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के प्रदेश अध्यक्ष सहारनपुर के रहने वाले हैं और यहां संगठन काफी मजबूत है। ऐसे में सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर तीनों जिलों की सीमाओं पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
दरअसल सहारनपुर मंडल भी किसानों का गढ़ है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं और शामली भी किसानों का गढ़ है। सहारनपुर में भी समय-समय पर किसानों के बड़े आंदोलन होते रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के प्रदेश अध्यक्ष सहारनपुर के रहने वाले हैं और यहां संगठन काफी मजबूत है। ऐसे में सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर तीनों जिलों की सीमाओं पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
इस बार पूरी तैयारी के साथ किसान
पिछले आंदोलन के बाद इस बार किसान पूरी तैयारी के साथ निकले हैं। हरियाणा-पंजाब और दिल्ली एनसीआर से जो रिपोर्ट आ रही हैं उनके मुताबिक किसान इस बार ट्रैक्टरों को माॅर्डिफाइ कराकर आंदोलन के लिए निकल रहे हैं। किसानों ने ट्रैक्टरों के चारों ओर कटीलें तारों से तारबाड़ कराई है तो पहियों समेत पूरे ट्रैक्टरों को सुरक्षा दे रहे हैं। इसके अलावा लोहे की ग्रिल से सुरक्षा दी गई है। इन्हे किसानों की भाषा में एक्सट्रा बम्फर कहा जा रहा है। ऐसे में पुलिसकर्मियों के लिए इन ट्रैक्टरों के रोकना मुश्किल हो रहा है।
पिछले आंदोलन के बाद इस बार किसान पूरी तैयारी के साथ निकले हैं। हरियाणा-पंजाब और दिल्ली एनसीआर से जो रिपोर्ट आ रही हैं उनके मुताबिक किसान इस बार ट्रैक्टरों को माॅर्डिफाइ कराकर आंदोलन के लिए निकल रहे हैं। किसानों ने ट्रैक्टरों के चारों ओर कटीलें तारों से तारबाड़ कराई है तो पहियों समेत पूरे ट्रैक्टरों को सुरक्षा दे रहे हैं। इसके अलावा लोहे की ग्रिल से सुरक्षा दी गई है। इन्हे किसानों की भाषा में एक्सट्रा बम्फर कहा जा रहा है। ऐसे में पुलिसकर्मियों के लिए इन ट्रैक्टरों के रोकना मुश्किल हो रहा है।
ड्रोन से किसानों के ट्रैक्टरों रोकने की जुगत में पुलिस
हैरान कर देने वाली बात ये भी है कि इस बार पुलिस ड्रोन से किसानों के ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश कर रही है। जब किसानों के ट्रैक्टरों की रफ्तार के आगे पुलिस के इंतजाम कम पड़ गए तो पुलिस को ड्रोन से आसू गैस के गोले दागने पड़े। इसके बावजूद किसान नहीं रुक रहे। किसानों का साफ कहना है कि दिल्ली तैयार हो जाओ हम आ रहे हैं।
हैरान कर देने वाली बात ये भी है कि इस बार पुलिस ड्रोन से किसानों के ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश कर रही है। जब किसानों के ट्रैक्टरों की रफ्तार के आगे पुलिस के इंतजाम कम पड़ गए तो पुलिस को ड्रोन से आसू गैस के गोले दागने पड़े। इसके बावजूद किसान नहीं रुक रहे। किसानों का साफ कहना है कि दिल्ली तैयार हो जाओ हम आ रहे हैं।