शनिवार को सीएम को भेजे एक पत्र में बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने लिखा है कि, अब दारुल उलूम प्रबंधन को नोटिस दिए जाने के बजाए सीधे कार्रवाई होनी चाहिए। शासन-प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि पुस्तकालय की छत पर प्रशासन को गुमराह कर हेलीपैड का निर्माण कराय जा रहा है। PWD के इंजीनियरों की रिपोर्ट आने के बाद भी प्रशासन संस्था के प्रबंधन तंत्र को नोटिस भेजता है तो वह फिर से गुमराह करने को ही जवाब देंगे।
इसलिए अब प्रशासन को सीधे कार्रवाई कर उक्त भवन को तोड़ने की प्रक्रिया आरंभ करनी चाहिए। सीएम को भेजे पत्र में यह भी कहा गया है कि जिस जगह पर पुस्ताकालय का भवन बनाया जा रहा है वह दारुल उलूम की नहीं है। संस्था बिना अनुमति के दशकों से निर्माण कार्य कर रही है, जबकि उनके पास स्वीकृत मानचित्र भी नहीं है। सीएम काे लिखए गए इस पत्र के बारे में पूछने पर विकास त्यागी ने कहा है कि पत्र के अलावा जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल सीएम से मुलाकात कर उन्हे पूरी स्थिति की जानकारी देगा।
यह भी जानिए 4 अगस्त को डीएम आलोक पांडेय शासन के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों समेत टैक्नीकल टीम के साथ दारुल उलूम देवबंद में जांच को पहुंचे थे। इस दौरान प्रबंधतंत्र ने डीएम को आश्वासन दिया था कि संस्था किसी हेलीपैड का निर्माण पुस्तकालय की छत पर नहीं करा रही है। इस दाैरान यह बात सामने आ गई थी कि बिल्डिंग बिना नक्शा पास कराए ही बनाई जा रही है। अब इंजीनियर्स और टेक्नीकल टीम की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई को डीएम कार्यालय पर सबकी नजरें लगी हुई हैं।
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