scriptआज से खुलेंगे स्कूल : टूटे फर्नीचर, जर्जर छत और गंदगी से होगा स्वागत | Patrika News
सागर

आज से खुलेंगे स्कूल : टूटे फर्नीचर, जर्जर छत और गंदगी से होगा स्वागत

सरकारी स्कूलों में गोबर, कूड़ा-करकट और छत जर्जर तो किसी की दीवार धसकी हुई है। कहीं बैठने के लिए टाटपट्टी और फर्नीचर नहीं है। स्कूलों में शिक्षकों का अभाव है। ये हालत हैं जिले के सरकारी स्कूलों हैं।

सागरJun 18, 2024 / 11:50 am

रेशु जैन

school sagar

school sagar

3 लाख से अधिक विद्यार्थी पहुंचेंगे स्कूल

सागर. सरकारी स्कूलों में गोबर, कूड़ा-करकट और छत जर्जर तो किसी की दीवार धसकी हुई है। कहीं बैठने के लिए टाटपट्टी और फर्नीचर नहीं है। स्कूलों में शिक्षकों का अभाव है। ये हालत हैं जिले के सरकारी स्कूलों हैं। जो ग्रीष्मावकाश के बाद 18 जून मंगलवार को खुल रहे हैं। गर्मी की छुट्टी में कोई तैयारी नहीं की गई। 1 जून से शिक्षक स्कूल पहुंच रहे हैं, लेकिन सफाई नहीं कराई गई। ये बदहाल स्कूल सरकार की गुणवत्तायुक्त शिक्षा संबंधी योजनाओं और दिखावटी जागरूकता की पोल खोल रहे हैं।सरकारी स्कूलों में फिर बच्चों की चहलकदमी शुरू होगी। इसके पहले पत्रिका ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा के लिए वातावरण बनाने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया, लेकिन फिर पुराने ढर्रे में ही स्कूलों की हालत खस्ता मिली। इस साल भी नौनिहालों को जर्जर भवनों में पढ़ाई करनी पढ़ेगी। ये वो भवन हैं जो कभी भी दरक सकते हैं।
स्कूल परिसर में बन रहे कंडे, गोबर पड़ा

शासकीय प्राथमिक शाला जिंदा के परिसर में चारों ओर गंदगी पसरी हुई है। परिसर में गोबर से कंडे बन रहे हैं। स्कूल की रंग-पुताई भी नहीं हुई। सोमवार को एक दिन पहले भी बच्चों के स्कूल में प्रवेश के लिए कोई तैयारी नहीं की गई। ऐसे में चारों ओर गंदगी के बीच पढ़ाई शुरू होगी।
पेयजल के लिए नहीं है पानी

शासकीय प्राथमिक शाला रतनगंज में पेयजल और शौचालय का इंतजाम नहीं है। यहां पानी के लिए पाइपलाइन डली हुई है, लेकिन पानी नहीं पहुंच रहा है। जून में भी भीषण गर्मी हो रही है, लेकिन स्कूल में पीने का पानी का भी इंतजाम नहीं है।
नहीं हुआ रंग-रोहन

शासकीय प्राथमिक शाला वल्लभ नगर वार्ड के भी हालात खराब हैं। यहां स्कूल की सफाई ही नहीं हुई। मंगलवार को औपचारिकता के साथ प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। ऐसे में छात्र-छात्राएं परेशान होंगे।
फैक्ट फाइलस्कूलों में

प्रतिवर्ष साफ-सफाई के लिए मिलने वाला बजट

1 से 30 तक बच्चों की संख्या पर – 12 हजार

30 से 100 तक बच्चों की संख्या पर – 25 हजार
100 से 200 बच्चों की संख्या – 50 हजार

250 से अधिक बच्चों की संख्या – 75 हजार

शहर में स्कूलों की संख्या

प्राथमिक स्कूल – 2112माध्यमिक स्कूल – 935

हाईस्कूल – 188निजी स्कूल- 725
वर्शन

स्कूलों को हर वर्ष साफ-सफाई के लिए पर्याप्त बजट दिया जाता है। 1 जून से शिक्षक स्कूल पहुंच रहे हैं। सभी स्कूलों में सफाई व अन्य व्यवस्थाओं के निर्देश दिए गए थे। जिन स्कूलों में सफाई नहीं कराई गई उन स्कूलों की जांच कराई जाएगी। अनिरू द्ध डिम्हा, बीआरसी

Hindi News / Sagar / आज से खुलेंगे स्कूल : टूटे फर्नीचर, जर्जर छत और गंदगी से होगा स्वागत

ट्रेंडिंग वीडियो