सागर. मप्र के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में नई सरकार का पहला बजट पेश किया है। सरकार ने हेल्थ और उर्जा सेक्टर पर जोर दिया है। बजट में बुंदेलखंड के लिए कई सौगातें मिलीं हैं, लेकिन महंगाई से राहत नहीं मिलने की वजह से लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। व्यापारियों और कर्मचारियों के लिए भी बजट में कोई घोषणा नहीं हुई। पत्रिका ने बजट को लेकर विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों से बात की।
यह सौगातें मिलीं- बजट में कहा गया है कि आगामी पांच वर्षों में 330 किलोमीटर का बुंदेलखंड विकास पथ तैयार होगा, जिससे बुंदेलखंड के विकास के पहिया तेजी से दौड़ेगा। – शहर में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत अब ई-बसें चलेंगी। प्रदेश के चार महानगरों के साथ सागर और उज्जैन को इसके लिए चिन्हित किया गया है।
– सागर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, जिसको बजट में स्वीकृति प्रदान की गई है। शहरवासी बोले बजट में व्यापारियों के लिए कोई राहत नहीं मिली है। व्यापारियों के हितों के लिए कोई घोषणा नहीं की गई। व्यापारियों को सरकार भूल गई है।
– अंकित जैन, व्यापारी प्रदेश के 1104 नवीन स्टार्टअप द्वारा मान्यता प्राप्त की गई है, जिनमें महिलाओं द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप 666 हैं। इन नए स्टार्टअप का लाभ शहर की जनता को भी मिलना चाहिए।
अमित जैन गोलू, व्यापारी – मप्र में महंगाई लगातार बढ़ रही है। पेट्रोल और डीजल पर अधिक टैक्स लिया जा रहा है। बजट में हम कुछ उत्पादों पर महंगाई से राहत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन महंगाई कम करने पर कोई चर्चा नहीं हुई।
मुकेश जैन, एलआइसी कर्मचारी बजट में कर्मचारियों को लेकर कोई घोषणा नहीं की। कर्मचारी को नि:शुल्क इलाज के लिए आयुष्मान योजना में लाभ, महंगाई भत्ता मिलने की उम्मीद कर रहे थे। अनिल दीपाली, वर्णी कॉलोनी
सागर को केवल ई-बसें और आयुर्वेदिक कॉलेज की सौगात मिली है। हम कोई बड़े उद्योग की भी उम्मीद कर रहे थे। उद्योग न लगने से बेरोजगारी बढ़ रही है। प्रेमकुमार गुड्डे, समाजसेवी