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सागर

मजदूरी करते-करते मिट गईं लकीरें, fingerprint मैच न होने से हो रहे विवाद

राशन दुकानों के चक्कर लगाने को मजबूर हितग्राही

सागरDec 02, 2017 / 11:14 am

गुलशन पटेल

rashan dukan sagar

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सागर. शहर की शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर आए दिन सर्वर डाउन होने से पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन से राशन वितरण में परेशानी हो रही है। जिससे हितग्राही राशन दुकान के चक्कर काटने के लिए मजबूर हो रहे हैं। मशीन में थंब इंप्रेशन नहीं आने से कई उपभोक्ता परेशान हैं। राशन दुकानों पर वितरण में गड़बड़ी रोकने पीओएस मशीनें तो लगवाई गई हैं, लेकिन वे 2जी की स्पीड से काम करती हैं। सर्वर डाउन होने के साथ 2जी स्पीड राशन वितरण में परेशानी बन रही है। जिससे राशन दुकानों पर लाइन बढ़ती जाती है।

काकागंज वार्ड में ही 300 से 400 ऐसे राशनकार्डधारक हैं, जिनकी हाथ की अंगुलियों के फिंगर प्रिंट मैच न होने से वे राशन के लिए परेशान होते हैं। स्थानीय निवासी प्रिंस कोरी, संजय कोरी, खेमचंद्र प्रजापति ने बताया कि ऐसे लोग दुकानों के चक्कर लगाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। दुकान पर इन्हें बार-बार आना पड़ता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि काकागंज में खेमचंद्र प्रजापति, रजनीकांता कोरी और गनेशीबाई प्रजापति का थंब इंप्रेशन पीओएस मशीन में शो नहीं करता। यही हाल केंट वार्ड नंबर एक की राशन दुकान का है। यहां भी लगभग 350 ऐसे राशनकार्डधारी हैं, जिनके थंब मशीन में मैच नहीं हो रहे हैं।

जिन्हें जरूरत वे ही हो रहे परेशान
राशन की सबसे ज्यादा जरूरत मजदूर व निचले तबके के लोगों के लिए होती है, लेकिन इन्हें ही राशन लेने में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। दरअसल ईंट भट्टे पर व अन्य मजदूरी के काम करने से मजदूर वर्ग के हाथों की रेखाएं मिट जाती हैं, जिससे पीओएस मशीन में इनके फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो पाते हैं। एक तो दिन की मजदूरी छोड़कर ये लोग राशन दुकान पहुंचते है, लेकिन सर्वर डाउन व थंब इंप्रेशन की परेशानी होने से इनका पूरा दिन खराब होता है। यही हाल सिंघाड़ा लगाने वालों और बुजुर्गों का है।

आए दिन होती है कहा-सुनी
राशन दुकान संचालकों ने बताया कि सर्वर डाउन की परेशानी और मशीन में थंब इंप्रेशन मैच न होने की परेशानी के चलते कई बार कहा-सुनी होती है। हितग्राही परेशान होते हैं और अपशब्दों का प्रयोग करने लगते हैं। लेकिन इस परेशानी का समाधान स्थानीय स्तर पर नहीं किया जा सकता। राशन दुकान संचालक अपने पास सरसों का तेल व क्रीम रखे हुए हैं, जो इन हितग्राहियों की अंगुलियों में लगाकर थंब इंप्रेशन लेने का प्रयास करते हैं। राशन दुकानों से नमक, गेहूं, चावल व केरोसिन का वितरण किया जाता है।
65 फीसदी वितरण मशीन से
विभागीय जानकारी के अनुसार बीते माह सागर में पीओएस मशीन से राशन वितरण का आंकड़ा ६५ फीसदी तक पहुंचा था। वहीं नबंबर में माह के अंतिम दिनों में कलेक्टर के आदेश पर ऐसे हितग्राहियों के लिए रजिस्टर पर एंट्री कर राशन बांटा गया है, जिनके फिंगर प्रिंट पीओएस मशीन में मैच नहीं हो रहे हैं। सागर शहर में 62 राशन दुकाने संचालित हैं।

सागर में पीओएस मशीन से राशन वितरण की स्थिति बेहतर है। जिनके थंब मशीन में नहीं लग पा रहे थे, उन्हें कलेक्टर के आदेश के बाद 25 नवंबर से रजिस्टर में इंट्री कर राशन बंटवा दिया गया है। सर्वर भोपाल से संचालित है, यह स्थाई समस्या नहीं है। स्थानीय स्तर पर वाई-फाई से २जी स्पीड को बढ़ाने के प्रयास जरूर किए जाएंगे। पीओएस मशीन से ही राशन वितरण पर जोर दिया जा रहा है।
– राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जिला आपूर्ति अधिकारी, सागर

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