ग्रामीणों की मानें तो श्यामबाई के पति की मौत के बाद श्यामबाई अपने मंझले बेटा के साथ गांव में रहती थी, दो बेटा खेत में बने घर पर रहते हैं। मझला बेटा चार दिन पहले सोयाबीन काटने की मजदूरी के लिए बाहर गया था। उसकी देवरानी सियाबाई भी बुजुर्ग हैं और उनको कम सुनाई देता है और रात में हुई वारदात की आवाज सियाबाई ने नहीं सुनी। पुलिस ने घर की तलाशी ली तो श्यामबाई के सोने की माला, पायलें आदि घर में ही एक पर्स में सुरक्षित रखे मिले।