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मंदिरों के फाग उत्सव में फूलों से खिलेगी होली

फागुन माह में सभी को रंगों के त्योहार होली का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस वर्ष होलिका दहन १७ मार्च होगी। फाल्गुन पूर्णिमा गुरुवार के दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, शूल योग, वाणिज्य उपरांत बव करण तथा कन्या राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है।

सागरMar 03, 2022 / 07:34 pm

Atul sharma

सागर.फागुन माह में सभी को रंगों के त्योहार होली का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस वर्ष होलिका दहन १७ मार्च होगी। फाल्गुन पूर्णिमा गुरुवार के दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, शूल योग, वाणिज्य उपरांत बव करण तथा कन्या राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है। इस दिन दोपहर 1.31 से अपर रात्रि 1.10 बजे तक भद्रा रहेगा। आमतौर पर भद्रा के समय शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है, लेकिन धर्मशास्त्र में भद्रा के अलग-अलग स्थानों पर वास बताए गए हैं। इसमें पाताल वासिनी भद्रा को शुभफल देने वाली माना गया है। इस बार होली पर पाताल वासिनी भद्रा रहेगी। होलिका दहन के लिए एक माह का समय मिलेगा और दूसरे फाग उत्सव मनाया जाएगा।
मंदिरों में मनेगा फाग उत्सव
मिनी वृन्दावन कहे जाने वाले बड़ा बाजार स्थित राधा कृष्ण मंदिरों में होली के पांच दिनों पहले ही फाग उत्सव शुरू हो जाएगा। मंदिरों में भजन मंडलियों द्वारा फाग गीत गाए जाएंगे। होली के दिन फूलों के रंगों से होली भी खेली जाएगी। राधे-राधे संकीतर्न भजन मंडली के द्वारा बड़ा बाजार स्थित गोपालजी मंदिर से फाग उत्सव शुरू होगा। जिसके बाद अटल बिहारी, द्वाराकधीश और रामबाग मंदिर सहित सभी मंदिरों में फाल्गुन गीत गाए जाएंगे। महिलाओं द्वारा भजन संध्या का आयोजन होगा।
मुर्हूत

होलिका दहन पूर्णिमा तिथि – 17 मार्च गुरुवार

होलिका दहन शुभ मुहूर्त- होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 17 मार्च, रात्रि 9.20 से 10.31 बजे के बीच रहेगा
होलिका दहन की अवधि- करीब एक घंटा और 10 मिनट है और इसी दौरान होलिका पूजन भी लाभकारी होगा।
होली की तिथि – होलिका दहन के अगले दिन यानी 18 मार्च, शुक्रवार के दिन होली खेली जाएगी।

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